कांग्रेस ने गरीबों को वोटबैंक समझा : भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की गरीबों को स्वाभिमान केे साथ खड़ा करने वाली नीतियों की तारीफ करते हुए कांग्रेस की शुक्रवार को आलोचना की

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की गरीबों को स्वाभिमान केे साथ खड़ा करने वाली नीतियों की तारीफ करते हुए कांग्रेस की शुक्रवार को आलोचना की कि उसने देश में 55 साल के शासन के दौरान हमेशा गरीबों के लिए टुकड़े फेंके लेकिन उनकी गरीबी दूर करने के लिए सही प्रयास नहीं किये।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में यहां रामलीला मैदान में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में गरीब कल्याण प्रस्ताव पारित किया गया। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गरीब कल्याण का प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण के लिए संविधान संशोधन विधेयक पारित किये जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि आजादी के बाद से गरीबी की अधूरी परिभाषा को इस विधेयक को पारित कराके पूरा कर दिया। सरकार ने अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के आरक्षण को छेड़े बिना ब्राह्मण, ठाकुर, कापू, वैश्य, पटेल, मराठा आदि जातियों को गरीबों के आंसू पोंछने का काम किया है, इसके लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी कोटि-कोटि अभिनंदन के पात्र हैं।
उन्होंने गरीबों के कल्याण के लिए मोदी सरकार के समस्त कार्यक्रमों का सार प्रस्तुत करते हुए कहा कि आज के समय में आम आदमी पढ़ाई, दवाई ,इलाज आदि समस्याओं से जूझते हुए जीवन बिता देता है। अगर सरकार उसके इस बोझ को कम कर दे तो आदमी नेता को दुआएं देता है। श्री मोदी को भी देश का गरीब आदमी दुआएं दे रहा है।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस के जमाने में भी गरीबों के लिए कुछ ना कुछ योजनाएं लायीं गयीं लेकिन वे योजनाएं सांकेतिक होती थीं और टुकड़ों-टुकड़ों में होती थीं। जबकि भाजपा का दृष्टिकोण अलग है। श्री मोदी की सरकार ने गरीबों के सशक्तीकरण के लिए काम किया है। कांग्रेस गरीबों को वोटबैंक की रूप में देखती रही है और चुनाव के पहले थोड़ा- सा कुछ सहूलियत देकर वोट लेती रही है। लेकिन भाजपा की मान्यता है कि गरीब का विकास किये बिना देश का संतुलित विकास नहीं हो सकता है।


