Top
Begin typing your search above and press return to search.

चूरू से कांग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां ने दर्ज की जीत, कहा-जनता ने काका को सिखाया सबक

भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार राहुल कस्वां ने चुनाव में जीत दर्ज की है

चूरू से कांग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां ने दर्ज की जीत, कहा-जनता ने काका को सिखाया सबक
X

चूरू (राजस्थान)। भारतीय जनता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार राहुल कस्वां ने चुनाव में जीत दर्ज की है। इस मौके पर अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी व भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र राठौड़ के बारे में कहा कि जनता ने काका को सबक सिखा दिया है। अब पार्टी को उनसे किनारा कर लेना चाहिए। क्योंकि काका ने साजिश कर पार्टी को बहुत बड़ी क्षति पहुंचाई है।

चुनाव परिणाम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राहुल कस्वां ने कहा कि दो बार चूरू का सांसद रहने के दौरान उन्होंने क्षेत्र में बहुत विकास कार्य कराया। उनके प्रयासों से यहां हाईवे, रेलवे व अन्य आधारभूूत संरचनाओं का विकास हुआ। इसके चलते इलाके में रोजगार के साधन बने। युवाओं को रोजगार मिला। लेकिन काका की साजिश के कारण उन्हें भाजपा छोड़ना पड़ा। लेकिन यहां की जनता ने काका की साजिश का जवाब दे दिया है। इलाके की जनता ने कांग्रेस में विश्वास जताया है। मैं उनके विश्वास पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा।

राहुल कस्वां ने कहा कि वह हर प्रतिकूल हालात में काम करना जानते हैं। उन्होंने हर समय जनता की भलाई के लिए काम किया है। हालांकि काका जैसे लोग इसमें बाधा बनते रहते हैं, लेकिन इससे उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि वह काम के प्रति जुनूनी हैं। इसलिए हर बाधा को पार करते हुए जनता की सेवा करते रहते हैं।

राहुल ने कहा कि राजेंद्र राठौड़ जैसे लोग जहां भी, जिस भी पार्टी में रहेंगे, नुकसान ही पहुंचाते रहेंगे। उन्होंने भाजपा नेतृृृृत्व को धोखा दिया। इसके चलते पार्टी के कई नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने पार्टी से किनारा कर लिया। राहुल कस्वां ने कहा कि काका ने अपनी पार्टी को तो चकमा दे दिया, लेकिन यहां की जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया। यहां की जनता का जनादेश एक संदेश है कि अगर आप किसी के साथ विश्वासघात करेंगे, तो आपको उसका परिणाम भुगतना होगा।

गौरतलब है कि कस्वां जब तक भाजपा में थे, उन्हें राठौड़ का प्रतिद्वंदी माना जाता था। विधानसभा चुनाव में जब सात बार के विधायक राजेंद्र राठौड़ चुनाव हारे थे, तो राठौड़ के समर्थकों ने उस समय भाजपा के सांसद रहे राहुल कस्वां को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था।

राहुल कस्वां वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में लगातार दो बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुरू से लोकसभा सदस्य चुने गए। वह वर्ष 2014 में सबसे कम उम्र के सांसद बने।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it