कांग्रेस ने देवेंद्र फडणवीस के लेख को बताया 'झूठ से भरा', अतुल लोंढे पाटिल बोले- हमारे सवालों का तो दिया ही नहीं जवाब
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस के लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल ने तंज कसते हुए कहा कि 'आज, बिना अंत के शीर्षक' से एक लेख लिखा गया, और यह झूठ से भरा हुआ है। हमने पूछा कि शाम 5 बजे के बाद 67 लाख वोट कैसे गिने गए, लेकिन जवाब मिला कि केवल 16 लाख ही गिने गए
मुंबई। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस के लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे पाटिल ने तंज कसते हुए कहा कि 'आज, बिना अंत के शीर्षक' से एक लेख लिखा गया, और यह झूठ से भरा हुआ है। हमने पूछा कि शाम 5 बजे के बाद 67 लाख वोट कैसे गिने गए, लेकिन जवाब मिला कि केवल 16 लाख ही गिने गए।
उन्होंने कहा, "हमने 82 विधानसभा क्षेत्रों में 12 हजार बूथ पर 600 वोट हर बूथ पर बढ़ाए हैं। 5 बजे के बाद अगर 600 वोट करना है तो 10 घंटे का समय लगेगा। इसका कोई जवाब नहीं आया है। मुख्य चुनाव आयुक्त की चयन समिति में सीजेआई, नेता प्रतिपक्ष और प्रधानमंत्री रहना चाहिए, इस पर कानून बदलकर सीजेआई को हटाकर अपना मंत्री (अमित शाह) लेकर आए हैं। ऐसे में लोकतंत्र बचा कहां?"
उन्होंने कहा कि 5 बजे के बाद का वीडियो का फुटेज देने पर चंडीगढ़ हाईकोर्ट ने हमारी बात मान ली थी। ऐसा नहीं करने के लिए आपने कानून में बदलाव कर दिया। सारे संस्थाओं पर कब्जे के आरोप को आपने खारिज कर दिया। उन्होंने सवाल किया कि आप बताओ कि ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई का इस्तेमाल कर विपक्ष के नेताओं के यहां छापे मरवाए और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया। वहीं भाजपा में आने के बाद पूछताछ खत्म कैसे हो जाती है। उनको आपकी पार्टी में बड़े-बड़े पद तक दिए गए हैं। यह सब जनता को पूरी तरह से दिखता है। देवेंद्र फडणवीस चुनाव आयोग के प्रवक्ता कब बन गए?
बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से हाल ही में एक अखबार में लिखे गए लेख का जवाब देते हुए तीखा हमला बोला। राहुल गांधी ने अपने लेख में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में कथित धांधली के आरोप लगाए थे, जिसके जवाब में फडणवीस ने भी एक अखबार में लेख लिखकर उसका खंडन किया है। अपने लेख में फडणवीस ने न केवल राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताया, बल्कि उनकी मंशा और कांग्रेस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।


