पोस्टर वार में अब कांग्रेस भी कूदी
नुकसान पहुंचाने के आरोपितों पर सरकार का शिकंजा कसते ही विपक्ष सक्रिय हो गया है।

लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लखनऊ समेत राज्य के अन्य शहरों में हिंसा के दौरान तोडफ़ोड़ तथा अन्य नुकसान की भरपाई को लेकर राजधानी लखनऊ में लगाये गये पोस्टर को लेकर अब समाजवादी पार्टी(सपा) के बाद कांग्रेस भी कूद पड़ी है ।
लखनऊ जिला प्रशासन ने पिछले 19 और 20 दिसम्बर को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुये हिंसक प्रदर्शन में शामिल लोगों के पोस्टर वसूली के लिये लगवाये थे जिसका इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने संज्ञान लिया और पिछले रविवार को पोस्टर हटाने के आदेश दिये । इसके विरोध में उत्तर प्रदेश सरकार उच्चतम न्यायालय गई और न्यायालय ने मामले को उच्च पीठ को सौंप दिया ।
नुकसान पहुंचाने के आरोपितों पर सरकार का शिकंजा कसते ही विपक्ष सक्रिय हो गया है। लखनऊ तथा अन्य शहरों में हिंसा करने वालों के फोटो होर्डिंग्स पर लगने के बाद पहले समाजवादी पार्टी और अब कांग्रेस से सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। समाजवादी पार्टी ने लखनऊ के मुख्य मार्गों पर भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे नेताओं के फोटो होर्डिंग्स पर लगाकर सरकार पर हमला बोला था। सरकार ने उन सभी होर्डिंग्स को हटवा दिया था। समाजवादी पार्टी ने पूूर्व भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और स्वामी चिन्मयानंद के पोस्टर लगाये और उसमें लिखा कि ये हैं भाजपा के बलात्कारी नेता जिनसे महिलाओं और बच्चियों को बचना चाहिये।
कुलदीप सिंह भाजपा से निष्कासित है और जेल में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है जबकि चिन्मयानंद का मुकदमा चल रहा है। सपा पोस्टर लगाने से पहले भूल गई कि सेंगर उनकी पार्टी में भी रह चुका है ।
शनिवार को कांग्रेस ने शहर के मुख्य मार्गों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ भाजपा के अन्य नेताओं की फोटो वाले पोस्टर्स और बैनर लगाये । पोस्टर में संगीत सोम, सुरेश राणा, साध्वी प्राची, उमेश मलिक, संजीव बालियान और डाक्टर राघा मोहन दास अग्रवाल के नाम हैं ।
पोस्टर कांग्रेस कार्यकर्ता सुधांशु वाजपेई और लल्लू कनौजिया ने जारी किया है जिसमें लिखा है जनता मांगे जवाब इन दंगाईयों से वसूली कब। लेकिन कांग्र्रेस ने पोस्टर में राधा मोहन दास अग्रवाल की जगह पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह की तस्वीर लगा कर अपनी किरकिरी करा ली । साध्वी प्राची भाजपा की नेता नहीं बल्कि वियव हिंदू परिषद से जुड़ी हैं ।


