बिहार विधानसभा में गिरिराज की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा
बिहार विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी राजद और भाकपा माले के सदस्यों ने मक्के की फसल में दाना नहीं आने तथा केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और गिरिराज सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा किया ।

पटना। बिहार विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले) के सदस्यों ने मक्के की फसल में दाना नहीं आने तथा केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और गिरिराज सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा किया जिसके कारण सभा की कार्यवाही करीब 17 मिनट बाद ही भोजनावकाश के लिए स्थगित कर दी गयी ।
विधानसभा की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होते ही राजद और माले के सदस्य अपनी सीट से ही एक साथ कुछ कहने की कोशिश करने लगे । इसपर सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा कि पहले नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ ग्रहण करने दें उसके बाद अपनी बातों को रखें । इसपर सदस्य शांत होकर अपनी सीट पर बैठ गये । इसके बाद श्री चौधरी ने भभुआ विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रिंकी रानी पांडेय को शपथ दिलायी।
शपथ ग्रहण के तुरंत बाद भाकपा माले के महबूब आलम और सुदामा प्रसाद हाथों में मक्का लेकर सदन के बीच में आकर नारेबाजी करने लगे । इसके बाद राजद के सदस्य भी सदन के बीच में आकर केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और गिरिराज सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारे लगाने लगे । इसपर सभाध्यक्ष श्री चौधरी ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीट पर जाकर अपनी बात रखने का आग्रह किया लेकिन राजद तथा माले के सदस्य नहीं माने और नारेबाजी करते रहे।
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि वेल (सदन के बीच) से हंगामे में कही गयी बात सुनाई नहीं देती है इसलिए सदस्यों को चाहिए कि वे अपनी बात सीट पर जाकर कहें ताकि सरकार उसका जवाब दे सके । सरकार हर विषय पर जवाब देने को तैयार है बशर्ते उसे नियमों के तहत उठाया जाये।
उन्होंने कहा कि अल्पसूचित और तारांकित के माध्यम से सदस्यों के कई महत्वपूर्ण सवाल है जिसका जवाब सरकार को देना है लेकिन विपक्ष हंगामा कर सदन का महत्वपूर्ण समय बर्बाद कर रहा है। दरअसल विपक्ष जनता की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं है और उसका मकसद सिर्फ सदन में हंगामा खड़ा करना रह गया है।


