शपथ ग्रहण के साथ ही विवादों से हुआ नवनिर्वाचित राष्ट्रपति का सामना
राष्ट्रपति का काफिला जाने के बाद ही इस व्यक्ति को साउथ एवेन्यू एक सांसद के आवास पर पहुंचाया जा सका

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही विवादों में आ गए और राष्ट्रपति भवन में राम के जयघोष जहां राजनीतिक पंडितों को नागवार गुजरा तो वहीं जब वे पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के नए आवास 10 राजाजी मार्ग उन्हें छोडऩे के लिए पहुंचे तो आसपास भारी सुरक्षा इंतजाम से आम लोगों को भारी परेशानी हुई। इस परेशानी की वजह से एक लकवा पीड़ित मरीज को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार एम्स से डॉक्टर से जांच करवा कर लौट रहे मरीज को सुरक्षा की वजह से 10 राजाजी मार्ग से काफी पहले लगे बैरिकेड के पास उतार दिया गया। ऑटो वाले को सुरक्षाकर्मियों ने आगे नहीं जाने दिया तो वो परिवार को वहीं उतार कर चला गया। राजीव नाम के मरीज खड़े होने में भी लाचार थे और लडख़ड़ाते हुए उसे सहारा देकर उनकी मां गायत्री देवी और उसके भाई, उसे साउथ एवेन्यू की तरफ ले कर जाने लगे। जिस दौरान यह चल रहा था राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, 10 राजाजी मार्ग के अंदर थे और कुछ ही मिनट बाद उनका काफिला 10 राजाजी मार्ग के अंदर से निकला।
राष्ट्रपति का काफिला जाने के बाद ही इस व्यक्ति को साउथ एवेन्यू एक सांसद के आवास पर पहुंचाया जा सका। बातचीत में पता चला कि राजीव कुमार, उस्मानाबाद के रहने वाले हैं और एक गंभीर एक्सीडेंट के बाद उसे लकवा मार गया था। पटना में उसका इलाज चल रहा था फिर उस्मानाबाद के सांसद अरुण कुमार ने उसको दिल्ली बुला लिया और अब यहां एम्स में उसका इलाज चल रहा है। परिवार अरुण कुमार के ही साउथ एवेन्यू स्थित मकान पर कई दिनों से रुका है।


