'पद्मावत' पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर टकराव के हालात बने
उच्चतम न्यायालय ने चार राज्यों में फिल्म पद्मावत के प्रदर्शन की मंजूरी देने से राजस्थान में एक बार फिर टकराव के हालात बन गए हैं

जयपुर। उच्चतम न्यायालय ने चार राज्यों में फिल्म पद्मावत के प्रदर्शन की मंजूरी देने से राजस्थान में एक बार फिर टकराव के हालात बन गए हैं।
पिछले कयी दिनों से इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग कर रहे राजपूत समाज के विरोध तथा आक्रोश को देखते हुए राज्य सरकार ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगायी है लेकिन आज उच्चतम न्यायाजय के आदेश के बाद सरकार मुश्किल में पड़ गयी है तथा उसे नयी परिस्थितियों के कारण उत्पन्न कानून व्यवस्था की समस्या से निपटना है।
हरियाणा स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी इसका विरोध किया।
Supreme Court gave the decision without listening to our side. Supreme Court is the supreme so will abide by the decision. We will also examine the decision and see if there is a scope of appealing against it: Anil Vij, Haryana Health Minister #Padmaavat pic.twitter.com/XhGluX1kre
— ANI (@ANI) January 18, 2018
गृहमंत्री गुलाब चंद लाब चंद कटारिया ने कहा है कि कानून की पालना की जाएगी तथा अदालत के आदेश से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिए विधि विभाग से राय लेकर कोयी रास्ता निकाला जाएगा।
इधर राजपूत संगठनों का कहना है कि वे अपने फैसले पर अडिग हैं तथा कानून व्यवस्था संभालने का जिम्मा सरकार का है।
Poore desh ke saamajik sangathanon se appeal karoonga #Padmaavat nahi chalni chahiye. Film hall par janta curfew laga de: Lokendra Singh Kalvi, Rajput Karni Sena Chief in Ujjain #MadhyaPradesh pic.twitter.com/kxIYAE38EV
— ANI (@ANI) January 18, 2018
प्रदेश में फिल्म प्रदर्शन के बारे में डिस्ट्रीब्यूटर्स भी असमंजस की स्थिति में हैं। इनका कहना है कि फिल्म को बड़े पर्दे पर पूर्ण सुरक्षा के आश्वासन के बाद ही उतारा जाएगा।


