जीजेएम के दोनों गुटों में सरकार प्रायोजित बैठक को लेकर टकराव
अलग राज्य के गठन की मांग को लेकर आंदोलनरत गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बिमल गुरुंग गुट ने 12 सितंबर को पश्चिम बंगाल सरकार के साथ होने वाली बैठक के लिए आज तीन विधायकों सहित छह नेताओं के नाम तय कर दिए
दार्जिलिंग। अलग राज्य के गठन की मांग को लेकर आंदोलनरत गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के बिमल गुरुंग गुट ने 12 सितंबर को पश्चिम बंगाल सरकार के साथ होने वाली बैठक के लिए आज तीन विधायकों सहित छह नेताओं के नाम तय कर दिए जबकि मोर्चा से निष्कासित नेता अनित थापा ने कहा कि वह भी बिनय तमांग के साथ बैठक में भाग लेंगें।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अध्यक्षता में आयोजित की जाने वाली इस बैठक का आयोजन उत्तरकन्या में होगा। पूर्व में लिए गए निर्णय के मुताबिक बिमल गुरुंग गुट ने सरकार के साथ बातचीत में भाग लेने के लिए दार्जिलिंग विधायक अमर राय, कलिम्पोंग विधायक सरिता राय और कर्सियोंग विधायक रोहित शर्मा के अलावा कलिम्पोंग नगर निगम के अध्यक्ष सुभा प्रधान तथा मोर्चें की केंद्रीय समिति के सदस्य आर बी भुजेल और सौगत थापा के नाम तय किए गए हैं।
के सहायक सचिव ज्योति कुमार राय ने कहा, “मंगलवार को पार्टी की बैठक में केंद्रीय समिति ने छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया था।
” जीजेएम के निष्कासित नेता अनित थापा ने तिनधरिया में एक रैली में आरोप लगाया कि बिमल गुरुंग और रौशन गिरी आंदोलन को लंबा खिचकर त्यौहार के महीने में लोगों के समक्ष मुसीबतें खड़ी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह बैठक में गोरखालैंड की आवाज को बुलंद करेंगें और बैठक विफल रही तो भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगें।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने तमांग और थापा दोनों गुटों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है।
जीजेएम के तीन अन्य नेताओं के साथ विनय तमांग और थापा ने भी गत 29 अगस्त को नाबन्ना में आयोजित सरकारी बैठक में भाग लिया था।
हालांकि दो दिन बाद ही जीजेएम केंद्रीय समिति ने दोनों नेताओं को मोर्चा से बाहर कर दिया।


