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कोरोना के प्रकोप के बीच सामाजिक संगठनों के प्रति विश्वास में वृद्धि : सर्वे

वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच देश में लोगों की मदद करने के लिए सामाजिक संगठनों के प्रति लोगों के विश्वास में वृद्धि देखी गई है

कोरोना के प्रकोप के बीच सामाजिक संगठनों के प्रति विश्वास में वृद्धि : सर्वे
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नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच देश में लोगों की मदद करने के लिए सामाजिक संगठनों के प्रति लोगों के विश्वास में वृद्धि देखी गई है।

आईएएनएस/सी-वोटर के सर्वे में यह बात सामने आई कि मुश्किल समय में मदद के लिए आगे आने पर सामाजिक संगठनों को लेकर भरोसा में सुधार आया है।

देश भर में किए गए सर्वेक्षण आईएएनएस/सी-वोटर ट्रैकर के अनुसार, सामाजिक संगठनों में विश्वास रखने वाले लोगों का प्रतिशत मामूली रूप से बढ़ा है।

वर्ष 2018 में 39.1 प्रतिशत लोगों को समाजिक संगठनों पर बहुत अधिक विश्वास था, लेकिन यह आंकड़ा अब बढ़कर 40.6 प्रतिशत हो गया है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर नेट ट्रस्ट फैक्टर 27.1 प्रतिशत से बढ़कर 29.6 प्रतिशत हो गया है।

संभवत: यह वृद्धि कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप के दैरान इन संगठनों द्वारा की जा रही विस्तारित मदद का परिणाम हो सकती है। वर्तमान के इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान जरूरतमंद लोगों को आश्रय, भोजन और चिकित्सा प्रदान करने के लिए ऐसे कई संगठन प्रयासरत हैं।

भरोसे को लेकर आया यह नाटकीय परिवर्तन सभी भौगोलिक, आय और शिक्षा स्तरों के साथ-साथ हर जाति-वर्ग में दिखाई देता है।

सर्वे में पता चला कि इन संगठनों पर युवा पीढ़ी, दक्षिण भारतीय लोगों, शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोग, मध्यम आय वर्ग और निम्न शिक्षा समूहों से जुड़े लोगों का व्यापक विश्वास है।

वहीं, इसके विपरीत ऐसे संस्थानों में विश्वास की कमी दिखाने वाले भारतीयों की संख्या में गिरावट आई है।

वर्ष 2018 में 12 प्रतिशत लोगों का सामाजिक संगठनों पर कोई विश्वास नहीं था, लेकिन अब यह आंकड़ा 11 प्रतिशत तक गिर गया है।


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