बैंक व एटीएम के कंप्यूटर ब्लाक
शुक्रवार को भारत समेत 150 देशों पर खतरनाक साइबर अटैक का असर सोमवार को वर्किंग दिन में आईटी हब नोएडा में देखने को मिला
नोएडा। शुक्रवार को भारत समेत 150 देशों पर खतरनाक साइबर अटैक का असर सोमवार को वर्किंग दिन में आईटी हब नोएडा में देखने को मिला।
यहां सुबह से ही बैकिंग प्रणाली बाधित रही। एटीएम बूथों में लगी मशीनों ने कार्य नहीं किया। यह असर करीब पौन से एक घंटे तक दिखा। सबसे ज्यादा असर निजि बैंक प्रणाली पर दिखा।
इसका खामियाजा उपभोक्ताओं को उठाना पड़ा। नकदी जमा करने, निकासी आरटीजीएस, नेट बैकिंग व्यवस्था ठप होने से काफी दिक्कत हुई। हालांकि इस अटैक के बाद बैंकों के सर्वर प्रणाली को हाइटेक किया जा रहा है। सर्वर अपग्रेड करने का काम शुरू किया जा चुका है।
बतौर इसके लिए ट्रैनिंग दी जा रही है।यह खतरनाक अटैक एक वायरस वानाक्राई है। जिससे सावधान रहने को कहा गया है। यह एक कंप्यूटर से दूसरे में नेटवर्किंग के जरिए पहुंच रहा है। नोएडा साइबर सेल एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल ने बताया कि इसका सबसे ज्यादा असर बैकिंग प्रणाली व हेल्थ सेक्टर में देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक जांच में नोएडा में ऐसा मामला सामने नहीं आया है। लेकिन इसको लेकर अलर्ट जारी किया जा चुका है।
चूंकी यहां कंपपियों व बैंक के सर्वर देश के अन्य शहरों से जुड़े है। ऐसे में यह वायरस बेहद खतरनाक तरीके से अपना कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि शहर की बैंकिंग प्रणाली पर इसका असर देखने को मिला। यहा अधिकांश बैंकों में मुख्य कंप्यूटर व सर्वर चलाया ही नहीं गया।
चूंकी शहर के अधिकांश बैंकों में एक्सपी व विंडोज-7 पर काम होता है। इस वायरस का असर भी इसी सर्वर के सिस्टम पर ज्यादा है। ऐसे में शहर के बैंकों में लगे कंप्यूटरों को अपग्रेड किया जा रहा है। बैंक प्रबंधनों ने बताया कि मुख्यालयों से उनके पास इससे संबंधित मेल आ चुकी है।
एक सप्ताह पहले हुआ था ऐसा ही हमला
यह वायरस फिरौती के लिए ही डाला गया है। इसका असर बहुत व्यापक है। लेकिन इसका छोटा प्रारूप नोएडा में एक सप्ताह पहले सेक्टर-63 स्थित जहा एक साइबर बनाने वाले कंपनी में रेंसमवेयर की तरह ही वायरस ने अटैक किया। जहां कंपनी में लगी अधिकांश कंप्यूटर हैक कर लिए गए। सिस्टम पर फिरौती के एवज में चार लाख रुपए की रकम मांगी जा रही थी। इस हमले ने अभी आंध्रप्रदेश पुलिस की वेबसाइट को भी हैक कर लिया है।
कैसे करें बचाव
>> स्पेम मेल कम से कम खोले।
>> पोर्न व इस तरह की अन्य वेबसाइट खोलने से बचे।
>> अनअथराइज्ड व बैन वेबसाइटों के लिंक को न खोले।
>> फेसबुक व सोशल नेटवर्किंग पर डाले गए लिंक न खोले।
>> सिस्टम को अपग्रेड करे। अपडेट वर्जन का प्रयोग करे।


