भाईचारे को बिगाड़ रहीं साम्प्रदायिक ताकतें: तंवर
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डा. अशोक तंवर व अखिल भारतीय कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन खुर्शीद सैय्यद ने गांव खंदावली पहुंचकर रेल सफर के दौरान हुई जुनैद की हत्या
जुनैद हत्याकांड को लेकर पीड़ितों से मिले कांग्रेसी नेतागण
फरीदाबाद। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डा. अशोक तंवर व अखिल भारतीय कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन खुर्शीद सैय्यद ने गांव खंदावली पहुंचकर रेल सफर के दौरान हुई जुनैद की हत्या पर उसके परिवारजनों को सांत्वना दी। पीड़ितों का दुख बांटते हुए उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए समाज में कोई स्थान नहीं है और सरकार को चाहिए कि इस हत्याकांड के दोषियों को सख्त से सख्त सजा देकर पीड़ितों को न्याय दिलाना चाहिए।
इस दौरान डा. अशोक तंवर, खुर्शीद सैय्यद एवं सादिक अली सहित प्रदेश पदाधिकारियों ने पीड़ित परिवार को 51 हजार रुपए की राशि आर्थिक सहायतार्थ के रुप में भेंट की। डा. अशोक तंवर ने कहा कि हरियाणा प्रदेश भाईचारे के लिए प्रसिद्ध है परंतु जब से केंद्र व प्रदेश में भाजपा सरकार आई है, तब से समाज में जात-पात व धर्म के नाम पर अराजकता फैलाई जा रही है और षडयंत्र के तहत समाज में भाईचारा बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था इस कद्र लचर हो चुकी है कि अपराधियों व असामाजिक तत्व बिना किसी डर के समाज के माहौल को बिगाड़ने में लगे हुए है इसलिए आज हम सभी को एकजुट होकर ऐसी ताकतों से मिलकर लड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने खट्टर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस हत्याकांड के 14 दिन बीतने के बावजूद भी मुख्य आरोपी की गिरफ्तार न होना प्रदेश में कानून व्यवस्था कलई खोलता है, पुलिस इस मामले में खानापूर्ति करने के लिए निर्दोष लोगों को तंग करना बंद करें और असली गुनहगारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का काम करे।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन खुर्शीद सैय्यद ने भी इस घटना को इंसानियत के लिहाज से गलत करार देते हुए उपस्थित समाज के लोगों से शांति एवं भाईचारा बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि इस मामले के दोषियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिलाकर ही दम लेगी।


