Top
Begin typing your search above and press return to search.

सायकल के लिए श्रमिकों का कलेक्ट्रेट में हंगामा

महिला व पुरूष श्रमिक सायकिल नही मिलने से नाराज कलेक्टोरेट पहुंच गये

सायकल के लिए श्रमिकों का कलेक्ट्रेट में हंगामा
X

अधिकारी की समझाइश भी काम नहीं आई, नारेबाजी कर वापस लौटे

बिलासपुर। महिला व पुरूष श्रमिक सायकिल नही मिलने से नाराज कलेक्टोरेट पहुंच गये। परिसर में हंगमा मचाने पर जिला प्रशासन के अधिकारी इनकी समस्या सुनने पहुंचे। अधिकारी ने इनकी बात सुनी।इसके बाद तत्काल सहायक श्रम आयुक्त अनिता गुप्ता को मौके पर बुलाया गया। जिसमें श्रमिकों को समझने का प्रयास किया गया। लेकिन मजदूर कोई बात को सुनने को तैयार ही नही थे। मजदूरों की भीड़ ज्ञापन सौपकर कर नारेबाजी करते वापस लौट गई।

गौरतलब हो कि शासन की योजना के तहत श्रम विभाग में पंजीकृत व अपंजीकृत कर्मकार को सायकिल प्रदान किया जाना है।इसके लिये बकायदा हितग्राहियों को निर्धारित दायरे में अनिवार्य हैं। पात्र हितग्राही को ही योजना का लाभ मिल सकेगा। इस कड़ी में विभाग द्वारा तकरीबन 5000 हजार तक सायकल वितरण किया गया है। पंजीकृत व अपंजीकृत मिलाकर करीबन 18200 साइकिल का वितरण किया जाना है। इसके तहत बिलासपुर विधानसभा में साइकिल बाटी गई है।यह सिलसिला जारी है।

आज दोपहर में महिला व पुरुष श्रमिकों की भीड़ कलेक्टोरेट परिसर में पहुची। इन लोगों का आरोप था कि हम मजदूरों को जानबूझकर सायकल के लिये घुमाया जा रहा है। मजदूरों ने बताया कि सायकल के लिये लाल बहादुर स्कूल गये। लेकिन वहाँ से हम लोगों को श्रम विभाग भेज दिया गया। विभाग में अधिकारी नही है। इसलिये अपनी मांग को लेकर श्रमिक यहाँ आये है। इस बीच मजदूर अधिकारी से मिलने का इंतज़ार करते रहे।इस दौरान बैठक से जिला प्रशासन के अधिकारी श्रमिकों से मिलने उनके पास पहुंचे। श्रमिकों ने अधिकारी के सामने अपनी समस्या को रखा।जिस पर तत्काल सहायक श्रम आयुक्त अनिता गुप्ता को बुलाया गया। जैसे ही महिला आधिकारी मौके पर पहुंची। श्रमिकों ने हंगमा मचाना शुरू कर दिया। इस स्थिति में महिला अधिकारी ने उनको समझने का प्रयास किया लेकिन मजदूरों ने बात ही नही सुन रहे थे।इस पर शासन के नियमों के मुताबिक पात्र हितग्राहियों को हो सायकिल देने का प्रावधान है। जिनके पास सायकल वितरण के टोकन है। उन्हें विभाग के द्वारा घर पहुँचकर सायकल देने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही। विभाग के कर्मचारियों को लगया गया। जिस तरह एक साथ मे इस तरह मजदूर के आने से अव्यवस्था निर्मित हो जाएगी।इसलिए सायकल को तय समय मे व्यवस्थित बाटने का हरसम्भव प्रयास हो रहे है।इन सब बातों को सामने रखने के बावजूद श्रमिक अपनी बात पर डटे रहे।ज्ञापन सौपकर आखिरकार मजदूर लौट गये।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it