मोदी की रैली के दौरान सार्वजनिक संबोधन प्रणाली में गड़बड़ी की जांच के लिए समिति गठित
असम सरकार ने 23 जनवरी को शिवसागर जिले के जेरेंगा पाथर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान सार्वजनिक संबोधन प्रणाली में व्यवधान की घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है

गुवाहाटी। असम सरकार ने 23 जनवरी को शिवसागर जिले के जेरेंगा पाथर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान सार्वजनिक संबोधन प्रणाली में व्यवधान की घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है।
.मंगलवार को यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मोलोय बोरा जांच समिति के अध्यक्ष होंगे और पूर्वी रेंज, जोरहाट के पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ. वीएसपी गंजाला और गुवाहाटी एमट्रॉन के प्रबंधक श्यामल कुमार भुइयां सदस्य होंगे।
समिति जेरेन्गा पाथर में प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान सार्वजनिक संबोधन प्रणाली में तकनीकी गड़बड़ियों और गड़बड़ी के पीछे के तथ्यों एवं परिस्थितियों का पता लगायेगी। साथ ही व्यवस्था या व्यक्तियों की ओर से कोई चूक पायी जाने पर जिम्मेदारी भी तय करेगी।
समिति अति विशिष्ट व्यक्तियों के कार्यक्रमों के दौरान भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचने के उपाय भी सुझायेगी। गृह एवं राजनीतिक विभाग के आयुक्त और सचिव की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार समिति को 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।


