आयोग ने दिया जीवित व्यक्ति को मृत बताने पर नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने हरिद्वार स्थित भारत हैवी इलैक्ट्रीकल्स लिमिटेड (भेल) के अस्पताल में एक जीवित व्यक्ति को मृत बताकर शव गृह में भेजने संबंधी मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान

नयी दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने हरिद्वार स्थित भारत हैवी इलैक्ट्रीकल्स लिमिटेड (भेल) के अस्पताल में एक जीवित व्यक्ति को मृत बताकर शव गृह में भेजने संबंधी मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए भेल के अध्यक्ष और अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक को नोटिस भेजकर जवाब देने को कहा है।
आयोग के अनुसार मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि डाक्टरों ने एक जीवित व्यक्ति काे मृत बताकर शव गृह में भेज दिया जहां लगभग 8 घंटे बाद उसकी मौत हो गयी। इस बात का खुलासा इस व्यक्ति केे पोस्ट मार्टम से हुआ।
आयोग ने नोटिस में इस मामले की रिपोर्ट , अब तक की गयी कार्रवाई और पीडित के परिजनों को दी गयी राहत के बारे में भी छह सप्ताह में जवाब देने को कहा है।
आयोग का कहना है कि किसी जीवित व्यक्ति को शव गृह में भेजना घोर लापरवाही का नमूना है। उसका कहना है कि यदि इस व्यक्ति को समय रहते उचित उपचार दिया जाता तो उसकी जान बचायी जा सकती थी। इससे मृत व्यक्ति के जीवन के अधिकार का उल्लंघन हुआ है।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि 12 जनवरी को भेल के एक 44 वर्षीय कर्मचारी को सीने में दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था । डाक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर शव गृह में भेज दिया। अगले दिन पोस्ट मार्टम में पता चला कि उसकी मौत लगभग 8 घंटे बाद हुई थी।


