हिंडन वायु सेना स्टेशन से जल्द ही शुरू होंगी वाणिज्यिक उड़ानें
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन वायु सेना स्टेशन से जल्द ही वाणिज्यिक उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है

नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन वायु सेना स्टेशन से जल्द ही वाणिज्यिक उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है।
इसके लिए रक्षा मंत्रालय से पहले ही मंजूरी मिल गयी है और सस्ती हवाई सेवा वाली ‘उड़ान’ योजना के दूसरे चरण में ऑपरेटरों को हिंडन हवाई अड्डे पर स्लॉट दिये जायेंगे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिंडन हवाई अड्डे से परिचालन शुरू करने के लिए दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल), एएआई और मंत्रालय के बीच एक सहमति पत्र पर जल्द हस्ताक्षर होंगे।
उन्होंने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डे से 150 किलोमीटर के दायरे में होने के कारण हिंडन से वाणिज्यिक उड़ानें शुरू करने से पहले डायल की अनुमति जरूरी है।
इसी संदर्भ में यह समझौता किया जाना है। रक्षा मंत्रालय से इसकी अनुमति पहले ही ली जा चुकी है। एक बार दिल्ली हवाई अड्डे की क्षमता विस्तार का काम पूरा होने के बाद हिंडन वायु सेना स्टेशन से जाने वाली वाणिज्यिक उड़ानों को वापस दिल्ली हवाई अड्डे पर स्थानांतरित कर दिया जायेगा। अधिकारी ने बताया कि छोटे शहरों को जोड़ने वाली सस्ती हवाई यात्रा की सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) ‘उड़ान’ के दूसरे चरण के तहत दिल्ली से होकर जाने वाले रूटों के लिए बोली लगाने वाले ऑपरेटरों को सभी छोटे विमानों के लिए हिंडन हवाई अड्डे पर ही स्लॉट उपलब्ध कराया जायेगा।
यदि कोई ऑपरेटर ‘उड़ान’ रूट पर बड़े विमानों का परिचालन करना चाहता है तो उस स्थिति में उसे नये सिरे से तैयार किये गये टर्मिनल-2 पर स्लॉट दिया जा सकता है। उड़ान-2 के लिए अभी आरंभिक बोली प्रक्रिया जारी है। रूटों का आवंटन 15 दिसंबर तक होने की उम्मीद है और ऑपरेटरों को आवंटित रूटों पर परिचालन शुरू करने के लिए छह महीने का समय दिया जायेगा। हिंडन में वायु सेना के मौजूदा रनवे का ही इस्तेमाल नागरिक उड़ानों के लिए भी किया जायेगा।
हालाँकि, इसके लिए टर्मिनल अलग से बनेगा। अधिकारी के अनुसार, टर्मिनल का निर्माण एएआई द्वारा किया जायेगा। इसके लिए एएआई के ढाँचागत निर्माण के लिए बने फंड की राशि का उपयोग किया जायेगा। टर्मिनल पर सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस की तैनाती की संभावना के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि रक्षा प्रतिष्ठान होने के कारण हिंडन वायु सेना स्टेशन की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुये यहाँ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की ही तैनाती की जायेगी।


