युद्ध के बीच में कमांडर नहीं बदला जाता, नीतीश ही होंगे अगले मुख्यमंत्री : सुशील
बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बुधवार को कहा कि युद्ध के बीच में कभी कमांडर नहीं बदला जाता

पटना । बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बुधवार को कहा कि युद्ध के बीच में कभी कमांडर नहीं बदला जाता और श्री नीतीश कुमार ही राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।
मोदी ने यहां बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को ही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का नेतृत्व सौंपे जाने के सवाल पर कहा कि युद्ध के दौरान कभी कमांडर नहीं बदला जाता है। वह कमांडर, जिसके चेहरे पर कोई दाग नहीं, भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं, जिसने कठिन दौर से बिहार को निकाल कर विकास की नई उचाइयों पर पहुंचाया हो, उसे बदलने का सवाल ही नहीं है। भाजपा-जदयू का गठबंधन नैसर्गिक और सुशासन का प्रतीक है।
भाजपा नेता ने कहा कि यदि मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव जेल से बाहर आ जाएं तो राजग का रास्ता और आसान हो जाएगा। वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में यादव जेल से बाहर ही थे लेकिन राजग ने उन्हें 22 सीटों पर सिमटा दिया था। बिहार में राजग और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के वोट में 20 प्रतिशत का फासला है, जिसे पाटना संप्रग के बूते में नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 और 2015 के चुनाव में यह अन्तर 18 से 23 प्रतिशत का था। अन्य राज्यों में तो एक से दो प्रतिशत के अन्तर से सरकारें बनती-बिगड़ती है। ऐसे में राजग से पार पाना संप्रग के लिए संभव नहीं है।
मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रारंभ से ही बिहार में राजग के नेता रहे हैं आगे भी रहेंगे और मुख्यमंत्री के चेहरा भी है। उन्होंने सुशासन की एक ऐसी लंबी लकीर खींच दी है, जिसे मिटाना या बराबरी करना संप्रग के लिए कतई संभव नहीं है। उन्होंने कहा, “बीच में राजद के साथ हुई जदयू की दोस्ती को जदयू कार्यकर्ताओं ने कभी स्वीकार नहीं किया। हम सबको मालूम था कि यह दोस्ती अधिक दिनों तक चलने वाली नहीं है। कोई भी व्यक्ति जो विकास चाहने वाला है, वह कभी श्री लालू प्रसाद और उनके ‘लालूवाद’ को स्वीकार ही नहीं कर सकता है।
भाजपा नेता ने कहा कि राजद एक ऐसी पार्टी है, जो आज भी अपराधियों मो. शहाबुद्दीन, राजबल्लभ यादव और अरुण यादव जैसों के साये से बाहर निकलने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि राजद अपने 15 साल के गुनाहों के लिए बिहार की जनता से सार्वजनिक माफी मांगे तो कुछ हद तक चुनाव में टक्कर हो सकती है। लेकिन, राजद को ऐसा करने की हिम्मत नहीं है।


