वैज्ञानिक समाज के साथ जुड़कर देश के भविष्य को बेहतर बनाए : कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए वैज्ञानिक समुदायों से समाज के साथ जुड़ने का आग्रह किया है

बेंगलुरु। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने देश के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए वैज्ञानिक समुदायों से समाज के साथ जुड़ने का आग्रह किया है।
श्री कोविंद ने कल रात यहां भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) में वैज्ञानिकों के साथ एक गोमलेज चर्चा में कहा कि ज्ञान, खोज और नवाचार चार पहियों में से तीन हैं जो देश को आगे बढ़ाते हैं। चौथा पहिया हमारा समाज है।
उन्होंने कहा ''प्रत्येक पहिये के लिए सही गति और समन्वय के साथ चलना जरूरी है। मामूली चूक से हम गलत दिशा में चले जाएंगे अथवा समस्या उत्पन्न हो जाएगी। वैज्ञानिकों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। वे सीधे तौर पर तीन पहियों के प्रभारी हैं लेकिन जब तक वह समाज से नहीं जुड़ेंगे, तब तक हमारे पास कोई भविष्य नहीं होगा।''
राष्ट्रपति ने कहा '' लोगों को गरीबी से बाहर निकालने, उनका स्वास्थ्य सुनिश्चित करने, कल्याण, भोजन तथा ऊर्जा सुनिश्चित करने के लिए देश भारी चुनौतियों का सामना कर रहा है। समाज को इन समस्याओं से समाधान की जरूरत है।
वहीं दूसरी तरफ वैज्ञानिकों को परमाणुओं से आकाशगंगाओं तक ज्ञान के लिए अपनी तलाश से समझौता नहीं करना चाहिए और ये दोनों प्रयास विरोधाभासी नहीं होना चाहिए।''
उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों के लिए आज क्रांति करने का अवसर है, ताकि बेंगलुरु के सभी वैज्ञानिक संस्थान मिलकर काम कर सकें।
वैज्ञानिक अपनी क्षमताओं को साझा करके विज्ञान और प्रौद्योगिकी को नयी ऊचांइयों पर ले जाने का मिसाल पेश कर सकते हैं।


