अव्यवस्था देख कलेक्टर ने अधिकारियों को लगाई फटकार
कलेक्टर पी.दयानंद ने आज गौरेला, पेण्ड्रा क्षेत्र का दौरा किया
बिलासपुर। कलेक्टर पी.दयानंद ने आज गौरेला, पेण्ड्रा क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया और अव्यवस्था पर फटकार भी लगाई।
कलेक्टर ने गौरेला में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सेनोटेरियम, नवनिर्मित मातृ शिशु अस्पताल, पोषण पुनर्वास केन्द्र का निरीक्षण किया। सेनोटेरियम के विभिन्न वार्डों में साफ-सफाई नहीं होने पर अस्पताल अधीक्षक पर नाराज हुए। महिला चिकित्सक कक्ष, मेजर एवं माईनर ओटी कक्ष का निरीक्षण किया। औषधि वितरण कक्ष में जाकर उपलब्ध दवाओं की जानकारी ली और संधारित पंजी का निरीक्षण किया। एन्टी स्नेक एनम पर्याप्त उपलब्ध है या नहीं इसकी जानकारी ली। एक्स-रे कक्ष का निरीक्षण किया। पुरूष व महिला वार्ड में जाकर मरीजों से बातचीत की।
मरीजों को अस्पताल में भोजन नहीं मिल रहा है, इस लापरवाही पर फटकार लगाई। लेबर वार्ड का निरीक्षण किया। अस्पताल में जगह-जगह सीपेज की समस्या को ठीक करने के निर्देश दिये। संस्थागत प्रसव की कम होने पर भी असंतोष जताया। उन्होंने कहा कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की हालत ठीक रखें, यह एसडीएम व बीएमओ की जिम्मेदारी है।
कलेक्टर ने गौरेला में नवनिर्मित 50 बिस्तरों वाले मातृ और शिशु अस्पताल का निरीक्षण किया। यह अस्पताल शीघ्र ही प्रारंभ होने वाला है। कलेक्टर ने अस्पताल के विभिन्न कक्षों का अवलोकन किया। पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती 13 कुपोषित बच्चों की माताओं से बातचीत की और केन्द्र में उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाओं के बारे में पूछा। रसोई कक्ष में जाकर बच्चों के लिए तैयार किये जा रहे भोजन को देखा। केन्द्र में सीपेज के कारण दीवारों की खराब हालत पर नाराज हुए। उन्होंने कहा कि छोटे-मोटे मरम्मत का कार्य अस्पताल को स्वयं कराना चाहिए। अस्पताल में चिकित्सक, नर्स सभी अपनी-अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करें।
एसडीएम तहसील और जनपद कार्यालय भी पहुंचे- कलेक्टर ने एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय और जनपद पंचायत कार्यालय का भी निरीक्षण किया। विभिन्न रिकार्ड देखे। तहसील कार्यालय में लंबित राजस्व प्रकरणों, ई-कोर्ट में दर्ज प्रकरणों की जानकारी ली। दायरा पंजी व वाद पंजी का निरीक्षण किया। फौती नामांतरण के प्रकरण को अधिक समय तक लंबित रखने पर तहसीलदार को फटकारा और कहा कि यह अंतिम चेतावनी है। तहसीलदार से पूछा की कि एक प्रकरण की कितनी सुनवाई में निराकृत करते हैं। तहसीलदार के कोर्ट में लंबित 379 प्रकरणों को इस माह के अंत तक निराकृत करने का निर्देश दिया। राजस्व खातें में आधार सीडिंग के कार्य में गति लाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने जनपद कार्यालय का निरीक्षण किया और कार्यालय को स्वच्छ और व्यवस्थित रखने का निर्देश जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिया। जिससे कार्यालय में आने वाले सरपंचों को भी प्रेरणा मिलेगी। मनरेगा शाखा का कार्य देखा। मजदूरी भुगतान और लंबित कार्यों की जानकारी ली। सर्वशिक्षा अभियान के तहत् निर्माण कार्यों की फाईल देखी और बाउण्ड्रीवाल, किचनशेड निर्माण कार्यों की जानकारी ली।
पेंशन शाखा, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, लेखा शाखा, स्थापना, आवक-जावक शाखा में जाकर पंजियों का अवलोकन किया।
उन्होंने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया कि कार्यालय में अच्छे कर्मचारी रहें और जो कर्मचारी कार्य नहीं कर रहे हैं, उनकी रिपोर्ट दें। विभिन्न शाखाओं में पुराने रिकार्ड को बस्ते में बांधकर रिकार्ड रूम में रखने कहा। कलेक्टर ने लोक सेवा केन्द्र का निरीक्षण किया। केन्द्र में नेटवर्क कनेक्टिविटी ठीक रखने कहा। केन्द्र में प्राप्त होने वाले आवेदनों को व्यवस्थित रखने और केन्द्र का संचालन सुचारू ढंग से करने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान पेण्ड्रारोड एसडीएम सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती फरिहा आलम सिद्दकी, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य श्रीमती मधुलिका सिंह ठाकुर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बोर्डें आदि उपस्थित थे।


