कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक एक और एक मिलकर बन सकते हैं ग्यारह : रमन
त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आज कहा कि कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) हर जिले में प्रशासन के दो महत्वपूर्ण व्यक्ति होते हैं

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने आज कहा कि कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) हर जिले में प्रशासन के दो महत्वपूर्ण व्यक्ति होते हैं और दोनों मिलकर एक और एक दो नहीं, बल्कि एक और एक ग्यारह बनकर काम कर सकते हैं। डॉ सिंह कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों की राज्य स्तरीय संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्हें संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने बैठक में अगले 10 महीने को काफी चुनौती पूर्ण बताया और कहा कि कलेक्टर और एसपी दोनों काफी सतर्क रहें और अपने मैदानी अमले को भी सतर्क रखें ताकि छोटे-छोटे मुद्दों पर स्वार्थी किस्म के लोग कानून व्यवस्था की स्थिति ना बिगाड़ सकें।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस के बीच अगर तहसील और थाना स्तर पर भी हमेशा तालमेल कायम रहे तो कई घटनाओं को समय से पहले ही रोका जा सकता है।
उन्होंने किसी भी गंभीर घटना के दौरान पुलिस के रिस्पांस टाइम को बहुत महत्वपूर्ण बताया। मुख्यमंत्री ने अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए राज्य शासन द्वारा लागू की गई कोचियाबंदी की नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि हर जिले में इस नीति के अच्छे और सकारात्मक नतीजे आए हैं।
डॉ सिंह ने कहा कि सरकारी योजनाओं के सुचारू संचालन के लिए जिलों में शांतिपूर्ण वातावरण का होना बहुत जरूरी है। इसमें जिला दण्डाधिकारियों के साथ एसपी की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है।
पुलिस की भूमिका का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की कार्य शैली ऐसी होनी चाहिए कि अपराधियों में उसकी वर्दी का खौफ नजर आए और आम जनता उन्हें अपना मित्र समझे।


