बंद कराया रोड सेल से कोयला परिवहन,5 दिन की मोहलत
सड़क मार्ग से कोयला परिवहन में लगे भारी वाहनों के चलने से उड़ने वाली धूल के गुबार और इससे तरह-तरह की तकलीफों से जूझ रहे मानिकपुर क्षेत्र के लोगों ने सड़क पर उतरकर आक्रोश जताया

कोरबा। सड़क मार्ग से कोयला परिवहन में लगे भारी वाहनों के चलने से उड़ने वाली धूल के गुबार और इससे तरह-तरह की तकलीफों से जूझ रहे मानिकपुर क्षेत्र के लोगों ने सड़क पर उतरकर आक्रोश जताया। कई घंटे तक रोड सेल काम ठप्प रहा। एसईसीएल के अधिकारियों ने 5 दिन के अंदर समस्या का समाधान करने ठोस पहल का आश्वासन दिया है।
जानकारी के अनुसार एसईसीएल के मानिकपुर खदान से निकलने वाला कोयला रोड सेल के जरिए भिलाई खुर्द, मानिकपुर से होकर गंतव्य तक पहुंचाया जाता है। भारी वाहनों के निरंतर चलते रहने से सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी है और धूल का गुबार यहां के लोगों का जीना दूभर किए हुए हैं। वर्षों से चली आ रही समस्या का निदान अथवा वैकल्पिक हल भी एसईसीएल द्वारा नहीं किए जाने से स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सुबह से लेकर दोपहर तक लोगों ने यहां रोड सेल परिवहन कार्य बाधित करते हुए प्रबंधन के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की। वाहनों के पहिए थमने से एसईसीएल के अधिकारी हरकत में आये।
कई घंटे बाद मौके पर पहुंचे तो विरोध का सामना करना पड़़ा। प्रबंधन का कहना था कि पानी छिड़काव के लिए टेंकर के आने-जाने की व्यवस्था एक समस्या है वहीं लोगों ने बताया कि रोड सेल का काम बंद करने की मांग पर अधिकारियों ने बरसात के बाद बंद करने की बात कही थी जो आज तक नहीं हुआ है। एक युवक ने बताया कि एसईसीएल के अधिकारी और कुछ कर्मचारी व सुरक्षा गार्ड कोयला चोरी में संलिप्त हैं। किसानों की जमीन ले ली गई लेकिन सीएसआर मद से भी कोई कार्य प्रबंधन प्रभावित क्षेत्र में नहीं करा रहा है।
2013 में जब नाला का डायवर्सन एसईसीएल ने कराया उस वक्त बड़े अधिकारियों ने यहां आकर पूरे गांव का निरीक्षण किया और 2 करोड़ रुपए खर्च कर कई कार्य कराने का वादा किया था जो आज तक नहीं हुआ है।
लोगों ने धूल के कारण बच्चों से लेकर बूढ़ों तक में सांस की तकलीफ की समस्या होना बताया। विरोध के मध्य एसईसीएल के अधिकारियों ने चर्चा की और अंतत: आश्वासन दिया कि 5 दिन के अंदर समस्या का समाधान करने की दिशा में ठोस पहल करेंगे।


