2 मई को चारों एरिया का कोयला खदान बंद करेंगे भू-विस्थापित
ऊर्जाधानी भू-विस्थापित कल्याण समिति के तत्वाधान में कोयला खदान से प्रभावित भू-विस्थापित आज ग्राम रलिया में आयोजित सम्मेलन में बड़ी संख्या में जुटे

कोरबा। ऊर्जाधानी भू-विस्थापित कल्याण समिति के तत्वाधान में कोयला खदान से प्रभावित भू-विस्थापित आज ग्राम रलिया में आयोजित सम्मेलन में बड़ी संख्या में जुटे। भू-विस्थापितों ने एसईसीएल और जिला प्रशासन के ढुलमुल नीति पर जमकर भड़ास निकाली।
976 से अब तक कुसमुंडा, कोरबा, गेवरा, दीपका परियोजना में अर्जित जमीन के बदले रोजगार, उचित मुआवजा, बेहतर पुनर्वास और किसानों के साथ भेदभाव जैसी मांगों को लेकर अपने आंदोलन को और तीव्र करने का निर्णय लिया गया। सम्मेलन के अंत में सर्वसम्मति से जिले के चारों परियोजना में खदान को बंद कराने का निर्णय लिया गया।
सम्मेलन में इन क्षेत्रों के किसानों के अलावा राजनैतिक, सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े प्रतिनिधियों ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। सम्मेलन के दौरान सभा को प्रमुख रूप से माकपा जिला सचिव सपुरन कुलदीप, सार्थक एनजीओ के लक्ष्मी चौहान, छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अतुल दास, दिलीप मिरी, शम्भू शक्ति सेना के धर्मेन्द्र ध्रुव ने सम्बोधित किया और संविधान में प्रदत्त अधिकार और जमीनी संघर्ष के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी।


