सीएमबी मामला: एआईएडीएमके की भूख हड़ताल राज्यभर में जारी
सीएमबी स्थापित करने में नाकाम रहने को लेकर तमिलनाडु की एआईएडीएमके द्वारा शुरू की गई एक दिनी भूख हड़ताल मंगलवार को राज्यभर में जारी है।

चेन्नई। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद केंद्र सरकार के कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) स्थापित करने में नाकाम रहने को लेकर तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी अन्नाद्रमुक (एआईएडीएमके) द्वारा शुरू की गई एक दिनी भूख हड़ताल मंगलवार को राज्यभर में जारी है।
#Chennai: Tamil Nadu CM Edappadi K. Palaniswami & Deputy CM O. Panneerselvam start hunger hunger strike over #CauveryMangementBoard issue. pic.twitter.com/r3xmE4Mh6N
— ANI (@ANI) April 3, 2018
मुख्यमंत्री के.पलनीस्वामी व उप मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने यहां हड़ताल में भाग लिया, जबकि जिलों में विरोध प्रदर्शन की अगुवाई अन्य मंत्रियों व पार्टी नेताओं ने की।
विरोध प्रदर्शन सुबह 8 बजे से शुरू हुआ और यह शाम 5 बजे समाप्त होगा।प्रतिद्वंद्वी द्रमुक (डीएमके) व उसके सहयोगियों ने भी उपनगरीय ट्रेनों को रोककर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा। द्रमुक ने गुरुवार को बंद का आह्वान किया है।
#Chennai: DMK workers protest over #CauveryWaterManagement issue. #TamilNadu pic.twitter.com/9IwBS5sNPn
— ANI (@ANI) April 3, 2018
पुलिस ने कहा कि कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया है।व्यापार संघ के आह्वान पर राज्य भर में बहुत सी दुकानें बंद रहीं।
Tamil Nadu: Markets closed in Coimbatore after bandh called by traders associations over Cauvery issue pic.twitter.com/w0AVUg1ldm
— ANI (@ANI) April 3, 2018
शीर्ष अदालत ने अपने 16 फरवरी के फैसले में कावेरी के जल में तमिलनाडु का हिस्सा 177.25 हजार मिलियन क्यूबिक फीट (टीएमसी) से घटा दिया था, जो ट्रिब्यूनल द्वारा 2007 में आवंटित जल से 192 टीएमसी कम है।
दूसरी तरफ, कर्नाटक के जल की हिस्सेदारी 14.75 टीएमसी बढ़ा दी गई थी।शीर्ष अदालत के 16 फरवरी के आदेश के अनुसार केंद्र छह हफ्ते के भीतर सीएमबी स्थापित करने में नाकाम रहा है।
यह समय सीमा 29 मार्च को समाप्त हो गई।तमिलनाडु के राजनेताओं का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कर्नाटक के पक्ष में काम कर रही है, जो सीएमबी के विरोध में है और जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।


