सीएम की सख्ती का असर-यीडा में दो बिल्डरों का आबंटन निरस्त
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में तीनों प्राधिकरणों के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में बिल्डरों को लेकर सख्त रूख अपनाया

ग्रेटर नोएडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ में तीनों प्राधिकरणों के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में बिल्डरों को लेकर सख्त रूख अपनाया था। मुख्यमंत्री के इस सख्त असर गुरुवार को दिखाई दिया। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने दो बिल्डरों को भूखंड आबंटन निरस्त कर दिया। दोनों बिल्डरों ने भूखंड आबंटन के बाद नक्शा तक पास नहीं कराया है। बिल्डरों के प्रोजेक्ट में किसी निवेशक ने निवेश नहीं किया था। यीडा अब ऐसे बिल्डरों, संस्थागत आबंटियों की सूची तैयार कर आबंटन निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने लोटस बिल्ड काम प्रालि को अप्रैल 2011 में बिल्डर ग्रुप हाउसिंग योजना के तहत सेक्टर-22 डी में 10332 वर्गमीटर को भूखंड आबंटित किया था। भूखंड आबंटित होने के बाद बिल्डर ने प्रोजेक्ट का नक्शा तक प्राधिकरण ने पास नहीं कराया। मौके पर कोई निर्माण कार्य नहीं किया। किसी निवेशक ने प्रोजेक्ट में निवेश तक नहीं किया। बिल्डर पर करीब 6 करोड़ रूपए 90 लाख रूपए बकाया था। प्राधिकरण की तरफ कई बार नोटिस जारी किया गया लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया।
इसी तरह सेक्टर-22 डी में स्वीकृति इंफ्राकाम प्रालि को 2011 में 25 हजार वर्गमीटर भूखंड आबंटित किया था। भूखंड आबंटित होने के बाद बिल्डर ने नक्शा भी पास नहीं कराया और मौके पर निर्माण कार्य भी शुरू किया। बिल्डर पर करीब 15 करोड़ रूपए बकाया। बिल्डर के प्रोजेक्ट में कोई निवेश भी नहीं हुआ। यीडा के सीईओ डा. अरूणवीर सिंह ने दोनों बिल्डरों को भूखंड आबंटन निरस्त कर दिया गया है। अब ऐसे सभी बिल्डरों की सूची तैयार की जा रही जिसने अभी तक नक्शा पास नहीं कराया और निर्माण कार्य शुरू किया। बिल्डर के प्रोजेक्ट में कोई तीसरी पार्टी शामिल नहीं है उन सभी की सूची तैयार कर आबंटन निरस्त किया जाएगा।


