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विश्व वानिकी दिवस पर सीएम तीरथ सिंह रावत ने महिलाओं की लिए की अनोखी पहल

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने विश्व वानिकी दिवस के मौके पर रामनगर में वन एवं जन के बीच दूरी कम करने और राज्य के वनों के संरक्षण में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए अनोखी पहल की

विश्व वानिकी दिवस पर सीएम तीरथ सिंह रावत ने महिलाओं की लिए की अनोखी पहल
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नैनीताल। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने विश्व वानिकी दिवस के मौके पर रामनगर में वन एवं जन के बीच दूरी कम करने और राज्य के वनों के संरक्षण में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए अनोखी पहल की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पचास-पचास महिलाएं नेचर गाइड और जिप्सी चालक के रूप में काम करेंगी।

तीरथ ने रविवार को रामनगर के दौरे पर आये। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य में वन संरक्षण एवं संवर्धन में राज्य की महिलाओं की सीधी भागीदारी सुनिश्चित करने तथा इसके फलस्वरूप स्वरोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए कौशल विकास के माध्यम सेे महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस दिशा में कार्बेट टाइगर रिजर्व में राज्य सरकार द्वारा उत्कृष्ट पहल की जा रही है, जिसके अंतर्गत किसी टाइगर रिजर्व में 50 महिलाएं नेचर गाइड के रूप में और 50 महिलाएं जिप्सी चालक के रूप में पर्यटकों को सफारी करवाएंगी। देश में महिलाओं की भागीदारी करने वाला पहला राज्य होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नेशनल पार्क और वाइल्ड लाइफ सेक्चुरी में कौशल विकास के माध्यम से पांच हजार युवकों और पांच हजार युवतियों को गाइड के रूप में तैयार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्बेट टाइगर रिजर्व में अगले पर्यटन सत्र के लिए 50 अतिरिक्त जिप्सियों का पंजीकरण किया जाएगा, इनमें सिर्फ महिला जिप्सी चालक शामिल होंगी। इन 50 जिप्सियों का संचालन महिलाओं द्वारा ही किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इन महिलाओं को ‘वीर चंद्र सिंह गढ़वाली’ योजना के अंतर्गत जिप्सी क्रय करने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता के रूप में उपलब्ध करवाई जाएगी।

तीरथ ने कहा कि कार्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आमडंडा में जिम कार्बेट एवं वन्य जीवों पर आधारित ‘लाइट एंड साउंड शो एवं बड़े आडिटोरियम की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए खनिज न्यास, उत्तराखंड वन विकास निगम और कार्बेट फाउंडेशन से धन उपलब्ध कराया जाएगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनगर के भरतरि, पंपापुरी, दुर्गापुरी और कौशल्यापुरी काॅलोनी के विनियमितिकरण की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ की जाएगी। कार्बेट नेशनल पार्क के डेला रेंज में निर्माणाधीन विश्व स्तरीय वाइल्ड लाइफ रेस्क्यू सेंटर को बाघों के पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। रामनगर के उत्तरी छोर में कोसी नदी की बाढ़ से सुरक्षा हेतु तटबंध का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रामनगर में कुमाऊँ और गढ़वाल से संचालित होने वाली बसों के लिए भी बस स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।

कार्यक्रम में वनमंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि जिस दिन महिलाओं, युवाओं के चेहरे पर मुस्कान आएगी, तब ही हमारी सरकार का त्योहार मनाना सार्थक हो पाएगा। काॅर्बेट के हित में हमने कई निर्णय लिए हैं। हमने महिलाओं को नेचर गाइड बनाने का हिंदुस्तान में पहला प्रयोग किया है, जिसके माध्यम से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं। आज महिलाएं 25 हजार रूपए महीना कमा रही हैं और यह तो सिर्फ शुरूआत है। आगे हम इंस्टीट्यूट में नेचर गाइड की निशुल्क ट्रेनिंग देंगे और कई लोगों को रोजगार देंगे।

उन्होंने कहा कि हमने अपनी सरकार के चार साल में रामनगर में वाइल्ड लाइफ टूरिज्म का काफी विकास किया है, जिससे यहां के व्यापारियों, युवाओं और महिलाओं को लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही कंडी मार्ग को बनाने के लिए सकारात्मक कदम उठायेगी।

इस दौरान वन अधिकारियों ने बताया कि कार्बेट टाइगर रिजर्व के लिए इस पर्यटन सत्र में 73 नेचर गाइडों का चयन कर 15 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिनमें आठ महिला नेचर गाइडों को भी सम्मिलित किया गया। उन्होंने बताया कि जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व के ईको टूरिज्म की गतिविधियों में पहली बार महिलाएं सम्मिलित हुई हैं।

गर्जिया पर्यटन जोन की स्थापना के लिए 60 जिप्सी चालकों का कार्बेट टाइगर रिजर्व ने रजिस्ट्रेशन किया है, जिससे इन्हें भी प्रत्यक्ष रूप से ईको टूरिज्म गतिविधियों से रोजगार प्राप्त हो रहा है। इसके अतिरिक्त कार्बेट टाइगर रिजर्व में लगभग 100 नेचर गाइड पूर्व से ही ईको टूरिज्म में अपना योगदान दे रहे हैं।

इस दौरान यह भी जानकारी मिली कि इस वित्तीय वर्ष में फरवरी 2021 तक लगभग 165000 पर्यटक कार्बेट टाइगर रिजर्व का भ्रमण कर चुके हैं, जिससे लगभग 7.25 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। पिछले वित्तीय वर्ष 2019-20 में 10.40 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। आशंका जताई गई कि नवस्थापित गर्जिया पर्यटन जोन से प्रतिवर्ष लगभग एक करोड़ रूपए राजस्व प्राप्त होगा। वर्तमान में लगभग 73 नेचर गाइड तथा 60 जिप्सी चालकों को रोजगार प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में कार्बेट टाइगर रिजर्व के साथ लगभग 350 जिप्सियों व 150 नेचर गाइडों का रजिस्ट्रेशन किया गया है।


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