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सीएम रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद में झीलों पर क‍िए गए अतिक्रमण हटाने का लिया संकल्प

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद और उसके आसपास की झीलों और तालाबों पर क‍िए गए अतिक्रमण हटाने का संकल्प लिया और स्पष्ट किया कि उनकी सरकार क‍िसी दबाव में नहीं आएगी

सीएम रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद में झीलों पर क‍िए गए अतिक्रमण हटाने का लिया संकल्प
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हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने रविवार को हैदराबाद और उसके आसपास की झीलों और तालाबों पर क‍िए गए अतिक्रमण हटाने का संकल्प लिया और स्पष्ट किया कि उनकी सरकार क‍िसी दबाव में नहीं आएगी।

उन्होंने कहा कि सरकार जल निकायों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि वे लोगों की जल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

मुख्यमंत्री ने अतिक्रमणकारियों को यह चेतावनी हैदराबाद आपदा प्रतिक्रिया और संपत्ति निगरानी एवं संरक्षण प्राधिकरण (हाइड्रा) द्वारा माधापुर क्षेत्र में अभिनेता नागार्जुन के कन्वेंशन सेंटर को ध्वस्त करने के एक दिन बाद दी है।

एन-कन्वेंशन सेंटर कथित तौर पर थम्मिडीकुंटा झील के फुल टैंक लेवल (एफटीएल) और बफर जोन भूमि पर बनाया गया था।

हरे कृष्णा हेरिटेज टॉवर के शिलान्यास समारोह में सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि सैकड़ों साल पहले निजाम ने हैदराबाद को झीलों के शहर के रूप में विकसित किया था। उन्होंने चिंता जताई कि करोड़ों लोगों की प्यास बुझाने वाली झीलों और तालाबों के आसपास विलासिता के लिए फार्म हाउस बनाए गए हैं।

मुख्यमंत्री रेड्डी ने कहा कि फार्म हाउस से निकलने वाले अपशिष्ट जल को गंडिपेट (उस्मान सागर) और हिमायत सागर जलाशयों में छोड़ा जा रहा है, जो शहर को पेयजल उपलब्ध कराते हैं।

उन्होंने कहा कि जल निकायों और शहर की सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है, विशेषकर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की।

उन्होंने कहा, "यही कारण है कि हमारी सरकार ने हाइड्रा के माध्यम से झीलों को अतिक्रमण से बचाना शुरू किया।"

मुख्यमंत्री रेड्डी ने यह भी कहा कि कुरुक्षेत्र के युद्ध में भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को दी गई शिक्षा से प्रेरित होकर उनकी सरकार झीलों पर अतिक्रमण के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी।

उन्होंने साफ किया कि यह कोई राजनीतिक अभियान का हिस्सा नहीं है।

उन्होंने कहा, "सरकार ने भावी पीढ़ियों को बेहतर जीवन प्रदान करने की इच्छा से यह पहल की है। हम दबाव में नहीं आएंगे और अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।"

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि प्राकृतिक संपदा नष्ट हो गई तो मानव आबादी को प्रकृति के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा।

पिछले महीने राज्य सरकार द्वारा गठित हाइड्रा झीलों, तालाबों और अन्य जल निकायों की अतिक्रमित भूमि को फिर से प्राप्त करने के लिए शहर में और उसके आसपास अवैध संरचनाओं को ध्वस्त कर रहा है।

सीएम रेवंत रेड्डी ने दावा किया कि उनकी सरकार भगवान कृष्ण की शिक्षा की भावना के अनुरूप धार्मिकता के पक्ष में खड़ी है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार उन लोगों के भी अनधिकृत ढांचों को गिराने में संकोच नहीं करेगी, जो सरकार का हिस्सा हैं।

रेवंत रेड्डी ने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देती है।

उन्होंने हरे कृष्ण फाउंडेशन से उस्मानिया, गांधी, एनआईएमएस और कैंसर अस्पतालों में भोजन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया और सरकार की ओर से आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने का आश्‍वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हेरिटेज टावर कंक्रीट के जंगल में आध्यात्मिक शिक्षा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, 430 फीट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा यह टावर तेलंगाना का गौरव है।

इस टावर का निर्माण 36 से 40 महीने में पूरा हो जाएगा।


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