त्रिपुरा में भाजपा , माकपा और टीआईपीआरए मोथा के बीच संघर्ष, 24 लोग घायल
त्रिपुरा में भाजपा और विपक्षी माकपा और टीआईपीआरए मोथा के बीच पिछले 24 घंटों में अलग-अलग समूहों की झड़पों में कई लोग घायल हो गए

अगरतला। त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और टीआईपीआरए मोथा के बीच पिछले 24 घंटों में अलग-अलग समूहों की झड़पों में माकपा के विधायक सुधन दास और उनकी पत्नी सहित विभिन्न दलों के कम से कम 24 लोग घायल हुए है।
रिपोर्ट के अनुसार संघर्ष में माकपा के आठ, भाजपा के 10 और टीआईपीआरए मोथा के छह समर्थक घायल हुए हैं और अब राज्य के तीन अस्पतालों में इनका इलाज चल रहा है जबकि त्रिपुरा दक्षिण के राजनगर मंडल के अध्यक्ष रंजीत सरकार सहित भाजपा के 10 समर्थकों को बेलोनिया जिला के अस्पताल में भेजा गया। राजानगर के विधायक सुधन दास सहित माकपा के आठ समर्थकों का इलाज अगरतला सरकारी मेडिकल कॉलेज तथा टीआईपीआरए के पांच सदस्यों को पेंचरथल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विपक्ष के नेता और माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य माणिक सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में लगातार हो रही हिंसा और सत्तारूढ़ सरकार द्वारा विपक्षी समर्थकों पर हमले को लेकर बिप्लब कुमार देब के नेतृत्व वाली भाजपा-आईपीएफटी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया, “त्रिपुरा में भाजपा का जंगल राज स्थापित है, जहां सत्ताधारी पार्टी के अपराधियों की रक्षा के लिए पुलिस मौजूद है।”
सरकार ने कहा कि हमें राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि हिंसा और हमले रोके जाएंगे लेकिन उनके आश्वासन के बाद घटनाओं मेें और तेजी आई है। हम कई बार मुख्यमंत्री से मिले लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अब हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का दरवाजा खटखटायेंगे।


