शहर की हवा हुई जहरीली
ये खबर आपको डराने नहीं बल्कि सावधान करने के लिए है

नोएडा। ये खबर आपको डराने नहीं बल्कि सावधान करने के लिए है। शहर की आब-ओ-हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। बच्चे, बुजुर्ग व बीमारों के लिए तो ये खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है। पिछले कई दिनों से शहर में वायु प्रदूषण में तेजी से इजाफा हुआ है। अगर वायु प्रदूषण को कम करने के इंतजाम तेजी के साथ नहीं बढ़ाए गए तो आने वाले समय में हवा में मिश्रित जहरीले तत्व हर किसी को सांस का रोगी बना देंगे।
हवा के बगैर मनुष्य 5.6 मिनट से अधिक जिन्दा नहीं रह सकता। एक मनुष्य दिन भर में औसतन 20 हजार बार सांस लेता है। वायुमण्डल में नाइट्रोजन, आक्सीजन, कार्बन डाई आक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड आदि गैसें निश्चित अनुपात में मौजूद हैं। इनके अनुपात का सन्तुलन बिगड़ने पर वायुमण्डल अशुद्ध होता है जो इंसान के लिए बेहद हानिकारक साबित हो रहा है। हवा को दूषित करने वाले कार्बन डाई आक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड, नाइट्रोजन आक्साइड, हाइड्रोकार्बन, धूल मिट्टी के कण की वायु में अधिकता लोगों को बीमार कर रही है।
मंगलवार को सुबह से ही शहर धुंध की चादर में ढका रहा। दरअसल, यह धुंध कई तरह के प्रदूषण के कण व जहरीली गैसों के मिश्रण से बना है। जिसका असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। मौसम विभाग की माने तो यह स्थिति अगामी दो दिनों तक रहेगी। दरसअल, वाष्पन प्रक्रिया के चलते भारी व दूषित कण पानी के साथ मिलकर कोहरे का रूप ले रहे है। भारी होने से यह सतह से ज्यादा ऊचाईं तक नहीं है। विभागीय लोगों के माने तो तेज हवा या बारिश होने से ही प्रदूषण के स्तर में कमी आ सकती है।
क्या रही वास्तिविक स्थिति
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्बारा जारी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा रहा। वातावरण में पीएम-10 की मिनिमम मात्रा 236 व एवरेज मात्रा 424 रिकार्ड की गई। वहीं, पीएम 2.5 की मिनिमम की मात्रा 309 व एवरेज मात्रा 434 रही। इसी तरह हवा में प्रदूषित गैसों में सल्फर डाई आक्साइड की मात्रा मिनिमम 6 व एवरेज 18 रही। एनओटू की मिनिमम मात्रा 74 एवरेज मात्रा 141 सीओ की मिनिमम मात्रा 40 एवरेज 142 रही। वहीं, ओजोन 9 और एवरेज मात्रा 13 रिकार्ड की गई। वातावरण में गैसों व धूल के कणों की यह मात्रा काफी खतरनाक है।
इस एक्यूआइ (एयर क्वालिटी इंडेक्स) का ये है मतलब
20.50 : बहुत कम असर होता है, खतरा नहीं।
251.100 : बीमार लोगों को सांस लेने में मामूली दिक्कत।
2101.200 : बच्चे, बुजुर्ग व दिल, फेफड़ा रोगियों को सांस लेने में दिक्कत।
2201.300 : सभी लोगों को सांस लेने में कठिनाइयां शुरू होंगी।
2301.400 : लोग सांस की बीमारियों के घेरे में आ जाएंगे।
2401.अधिक : हर स्वस्थ्य इंसान को सांस की बीमारी हो सकती है।


