1 महीने से पेयजल के लिए तरस रहे नागरिकों ने कोयंबटूर-पलक्कड़ मार्ग अवरुद्ध किया
कोयंबटूर जिले में मधुक्कराई नगरपालिका के वार्ड 4 के निवासी पिछले 30 दिनों से पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं

चेन्नई। कोयंबटूर जिले में मधुक्कराई नगरपालिका के वार्ड 4 के निवासी पिछले 30 दिनों से पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। प्रशासन से कई बार पेयजल उपलब्ध कराने की मांग कर चुके स्थानीय लोगों ने मंगलवार को कोयंबटूर-पलक्कड़ मार्ग को अवरुद्ध कर विरोध प्रदर्शन किया।
करीब आधे घंटे तक चला धरना अधिकारियों द्वारा जल्द ही पेयजल मुहैया कराने का वादा किए जाने के बाद समाप्त हुआ।
तमिलनाडु को केरल से जोड़ने वाली मुख्य सड़क होने के कारण 30 मिनट की नाकेबंदी से लोगों को परेशानी हुई और वाहनों की आवाजाही एकदम ठप गई जिससे कुछ देर यातायात प्रभावित हुआ।
विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वालों में से एक, निवासी सुब्रमण्यम ने आईएएनएस को बताया कि एक साल पहले हुए अतिक्रमण निकासी अभियान के दौरान कुनियामुथुर, सुन्नंबु कलावई, कुरिची और अथुपलम जैसे क्षेत्रों से लगभग 750 परिवारों को स्थानांतरित किया गया था।
स्थानांतरित होने के बाद से इन विस्थापित परिवारों को पेयजल की कमी का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन पिछले तीस दिनों से उन्हें पीने के पानी की आपूर्ति नहीं मिल पा रही है।
प्रदर्शनकारियों ने शिकायत करते हुए कहा कि वे कोयंबटूर निगम की मेयर कल्पना आनंदकुमार से मिले, लेकिन उन्होंने मदद नहीं की और वे मधुक्कराई नगरपालिका के अध्यक्ष से भी मिले जिन्होंने भी मदद नहीं की।
सुब्रमण्यम ने कहा कि सड़क को खाली बर्तनों से अवरुद्ध करके विरोध प्रदर्शन करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचा था।
धरने में महिलाओं और बच्चों समेत सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
पुलिस और राजस्व अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद निवासियों ने अपना विरोध वापस ले लिया और उन्हें आश्वासन दिया गया है कि पीने के पानी की नियमित आपूर्ति होगी।
सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर अधिकारी अपने वादे पर कायम नहीं रहते हैं तो वे धरना जारी रखेंगे।


