सर्किल का चार्ज लिए बगैर दे दी गई विदाई
रायगढ़ वन मंडल में अधिकारियों की लापरवाही किसी से छिपी नहीं है।

रायगढ़ वनमंडल में पहली बार आया ऐसा मामला
रायगढ़। रायगढ़ वन मंडल में अधिकारियों की लापरवाही किसी से छिपी नहीं है। अवैध कटाई, अतिक्रमण, वन्यप्राणियों का शिकार सहित कई मामलों के बाद भी दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के बजाए उन्हें अधिकारी बचाने में ही लगे हुए हैं, लेकिन इस बार एक ऐसा अनोखा मामला रायगढ़ वन मंडल में सूनने को मिला, जो आज तक विभाग में कभी हुआ ही नहीं और मामला है कि एक सहायक वन परिक्षेत्राधिकारी से चार्ज किसी अन्य कर्मचारी को दिलाए बगैर ही उसे सेवानिवृत्ति दे दी गई और यह सब अधिकारियों के नजरों के सामने हुआ। अब ऐसे में किसी अन्य सर्किल प्रभारी के पदस्थ होने तक वह सर्किल बीटगार्ड के भरोसे ही चलेगा।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार नारांतक पटेल ने वर्ष 1983 में कूपरक्षक के पद पर वन विभाग में पदस्थ हुए। इसके बाद कूपरक्षक से उप वनक्षेत्रपाल तक लंबा सफर तय किया। नारांतक पटेल रायगढ़ वन मंडल के रेंगालपाली सर्किल में पदस्थ थे। जिनकी सेवानिवृत्ति 31 जनवरी को हो गया, लेकिन विभाग से विदाई लेने से पहले उन्हें अपने सर्किल का चार्ज विभाग के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर किसी अन्य कर्मचारी को देना था। ऐसे में रेंगालपाली का चार्ज वनपाल दिनबंधु प्रधान को दिया जाना था, लेकिन किसी पारिवारिक कारणों से दिनबंधु प्रधान अवकाश पर थे। अब ऐसे स्थिति में उनके आने तक किसी अन्य कर्मचारी को यहां का चार्ज दिलाकर उप वनक्षेत्रपाल को विभाग से विदाई देनी थी, लेकिन विडबंना है कि ऐसा पहली बार हुआ कि किसी कर्मचारी को चार्ज दिलाए बिना ही विभाग के अधिकारियों ने उन्हें विदाई दे दी और विभाग के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा कर रख दी। अब इस मामले में एसडीओ एनआर खूंटे का कहना है कि दिनबंधु के अवकाश में जाने से पहले उसे चार्ज दिला दिया गया था। जबकि संबंधित कर्मचारी अवकाश पर है।
गले की हड्डी न बन जाए
रेंगालपाली सर्किल का चार्ज सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारी से दिलाए बिना ही उसे विदाई दे गई। अब उनके कार्यकाल में अगर सर्किल में किसी तरह की गड़बड़ी होती है, तो वह गड़बड़ी सेवानिवृत्ति से पहले चार्ज लेने वाले कर्मचारी के लिए गले की हड्डी बन सकती है और इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता।
हो चुकी है पेड़ कटाई
विभागीय सूत्रों ने बताया कि रेंगालपाली सर्किल के गढ़उमरिया क्षेत्र में राजस्व भूमि में अवैध कटाई का मामला सामने आया था। जिसमें वन विभाग ने पीओआर दर्ज किया। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में एनएच के लिए विभाग के द्वारा पेड़ काटने से पहले पेड़ कटाई का हो गया था। इसके अलावा कोसमनारा क्षेत्र के बांस प्रसंस्करण केन्द्र में लगे मशीन के मोटर भी चोरी हो जाने की बात सामने आ रही है।


