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जलवायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर मंथन

रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के रसायन अध्ययन शाला में 17 मार्च को एक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन हुआ।

जलवायु प्रदूषण की रोकथाम को लेकर मंथन
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पंरायपुर। . रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के रसायन अध्ययन शाला में 17 मार्च को एक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन सत्र के प्रारंभ में यूजीसी सेप के समन्वयक डॉं कल्लोल घोष ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस संगोष्ठी के मुख्य उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उसके पश्चात् संयोजक डॉ. एमके देब ने राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य विषय पर बोले, मुख्य अतिथि भारतीय प्रोद्यौगिकी परिषद, मुबंई के सेवानृवित प्राध्यापक तथा प्रसिद्ध पर्यावरणविद प्रो. एसएम खोपकर ने पं. रविशंकर शुक्ल की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए वर्तमान में पर्यावरण संरक्षण के उपर विशेष बल दिया।

उन्होनें इस प्रकार के उपयोगी संगोष्ठी में भाग लेने वाले युवा वैज्ञानिको से पर्यावरण की दिशा में शोध कार्य करने के लिये उत्साहित किया। विशिष्ट अतिथि हैदराबाद विश्वविद्यालय के प्रो. डी. बसवैया ने वर्तमान शोध छात्रों को महत्वकंाक्षा तथा विश्वास का स्तर बढ़ाते हुए उच्च कोटि का शोध कार्य करने को कहा। राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के पूर्व प्रध्यापक प्रो. आरएन प्रसाद प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान तथा पर्यावरण शिक्षा पर जोर दिया. उन्होंने स्वच्छ पर्यावरण तथा सोलर उर्जा पर शोध कार्य करने को कहा।

प्रसिद्ध वैज्ञानिक नई दिल्ली के डॉ. सुरेश तिवारी ने कणिका तत्व तथा जलवायु परिवर्तन में हो रहे शोध कार्य को बताया कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुये पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसके पाण्डेय ने वर्तमान समय में पर्यावरण की महत्व तथा रक्षा में रसायन शास्त्र की भूमिका के बारे में विस्तार से चर्चा की।

उन्होंने जलवायु प्रदूषण की रोकथाम के उपायों पर चर्चा किया तथा शोध छात्रों को बहुआयामी विज्ञान पर शोध कार्य करने के लिये कहा। संगोष्ठी का संचालन स्वप्निल तिवारी तथा धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव डॉं. मनमोहन सतनामी ने किया। इस संगोष्ठी में 150 से ज्यादा प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। आज लगभग 40 छात्रों ने पोस्टर प्रदर्शनी में भाग लिया तथा युवा वैज्ञानिकों ने मौखिक प्रस्तुतीकरण किया।

प्रथम तकनीकी सत्र में प्रो. बसबैया, प्रो. आरएन प्रसाद तथा सुरेश तिवारी ने भाषण दिया। प्रो. प्रसाद ने अकादमी तथा उद्योग के साथ जुड़ने पर जोर दिया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षक प्रो. रमा पाण्डेय, प्रो. डीपी कुईटी, प्रो. विनय गुप्ता आदि ने भाग लिया द्वितीय तकनीकी सत्र में भारतीय विज्ञान संस्थान के प्रो. शतिस पाटिल ने सेमीकंडक्टींग प्लास्टिक्स का सोलर उर्जा के उपर व्याख्यान दिया । कल दूसरे दिन भारतीय प्रोद्यागिकी संस्थान खडकपुर के प्रो. ताराशंकर पाल, डॉ. अंजली पाल तथा सागर विश्वविद्यालय के प्रो. एपी मिश्रा का व्याख्यान होगा।


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