‘बिहार के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे नीतीश कुमार’
बिहार चुनाव में अबकी बार NDA से अलग होकर लड़ रही LJP ने कई जगहों पर JDU के प्रत्याशियों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं. वहीं चिराग पासवान भी लगातार सीएम नीतीश पर निशाना साध रहे हैं

बिहार चुनाव में अबकी बार NDA से अलग होकर लड़ रही LJP ने कई जगहों पर JDU के प्रत्याशियों के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं. वहीं चिराग पासवान भी लगातार सीएम नीतीश पर निशाना साध रहे हैं. इतना ही नहीं वो तो सूबे में बीजेपी और LJP की सरकार बनाने का दावा भी ठोंक रहे हैं. आज भी उन्होंने यही बात दोहरा कर जहां नीतीश की धड़कनों को बढ़ा दिया है. वहीं बीजेपी को भी पसोपेश में फंसा दिया है. बिहार चुनाव के नतीजों के बाद क्या वाकई बीजेपी छोड़ देगी नीतीश का साथ…क्या बिहार में बनेगी बीजेपी और LJP की सरकार…ये सवाल लगातार बिहार की सियासत में गूंज रहे हैं. इसकी वजह LJP प्रमुख चिराग पासवान का वो बयान है, जिसमें वो लगातार कह रहे हैं कि जेडीयू सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की योजनाओं के नाम पर वोट मांग रही है. चुनाव के बाद बीजेपी और लोजपा की गठबंधन वाली सरकार बनेगी…चिराग पासवान ने ट्वीट कर लिखा कि आदरणीय नीतीश कुमार जी आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नाम पर और महागठबंधन का डर दिखा कर चुनाव जीतना चाहते हैं. खुद 5 साल क्या किया है, यह राज़ किसी को नहीं पता. जेडीयू के नेता आते हैं और सिर्फ़ केंद्र सरकार की योजना गिनवा कर चले जाते हैं. जेडीयू ने प्रदेश को बर्बाद किया है…इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीजेपी और LJP की सरकार बनेगी और मौजूदा मुख्यमंत्री दोबारा सीएम नहीं बनेंगे. चिराग पासवान का ये दावा लगातार नीतीश की चिंता बढ़ रहा है. क्योंकि वो इस बात से अच्छे से वाकिफ हैं कि अगर नतीजे उनके पक्ष में नहीं आए, तो बीजेपी कभी भी पलटी मार सकती है…क्योंकि राजनीति में केवल नफा-नुकसान देकर ही फैसले लिए जाते हैं. ठीक वैसे ही जैसे नीतीश ने दो साल पहले एक फैसला लिया था. उन्होंने अपने फायदे के लिए महागठबंधन का साथ छोड़ एनडीए का दामन थाम लिया था और सत्ता को ही बदल दिया था. अब जब वो पलट सकते हैं, तो जाहिर है कि बीजेपी भी बहती गंगा के साथ ही जाने का फैसला करेगी…यानी एनडीए को बहुमत ना मिलने पर वो चिराग के साथ मिलकर सत्ता में आ सकती है. इस चुनाव में लोजपा ने कुल 136 प्रत्याशी उतारे हैं. इनमें से दो का नामांकन रद्द हो गया है. अब उनके कुल 134 प्रत्याशी मैदान में हैं. ये उम्मीदवार ज्यादातर जेडीयू को चुनौती दे रहे हैं…इस चुनावी टक्कर के बीच चिराग दावा कर रहे हैं कि जेडीयू को करारी हार मिलेगी…खैर ये तो चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि कौन देगा किसका साथ और कौन होगा बिहार का सरदार


