साजिश के तहत फसाया गया चिन्मयानंद को: नरेन्द्र गिरी
मंहत गिरी ने स्वामी चिन्मयानंद का पक्ष लेते हुए यहां कहा कि साधु-संतो पर आरोप लगाना एक फैशन बन गया है।

प्रयागराज । साधु-संतो की जानीमानी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी अपने पूर्व बयान पर यू टर्न लेते हुए यौन शेषण के आरोप में जेल भेजे गये पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद का बचाव करते हुये कहा कि साजिश के तहत उन्हें फंसाया गया है, पीड़ित लड़की की भूमिका संदिग्ध है एवं इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
मंहत गिरी ने स्वामी चिन्मयानंद का पक्ष लेते हुए यहां कहा कि साधु-संतो पर आरोप लगाना एक फैशन बन गया है। लड़की की भूमिका संदिग्ध है। उन्होने कहा कि अखाड़ा परिषद उनके साथ खड़ा है। एक संत के साथ अन्याय हो रहा है। “स्वामी जी” की आड़ में साधु संतों को बदनाम करने और उनकी छवि को बिगाड़ने की कुत्सित साजिश रची जा रही है।
उन्होने कहा कि उनपर अपने बयान बदलने का किसी प्रकार कोई दबाव नहीं है। वायरल हुए वीडियो देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि यह योजनाबद्ध ढंग से उन्हें कोई नशीला प्रदार्थ खिलाकर अश्लील फोटो ली गयी है और उन्हें ब्लैकमेल करने की एक बडी साजिश है। वीडियों में दो लडकियां और तीन लड़के हैं जो पैसों को लेकर योजना बना रहे हैं। हो सकता है उनमें से किसी ने यह वीडियो वायरल किया है।


