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चीन ने बांग्लादेश को दी चेतावनी, अगर क्वाड में शामिल हुए तो संबंध होंगे खराब

चीन ने सोमवार को बांग्लादेश को क्वॉड (चार देशों का एक समूह) गठबंधन में शामिल होने को लेकर आगाह करते हुए कहा है कि अगर वह इस गठबंधन में शामिल होता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे

चीन ने बांग्लादेश को दी चेतावनी, अगर क्वाड में शामिल हुए तो संबंध होंगे खराब
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नई दिल्ली। चीन ने सोमवार को बांग्लादेश को क्वॉड (चार देशों का एक समूह) गठबंधन में शामिल होने को लेकर आगाह करते हुए कहा है कि अगर वह इस गठबंधन में शामिल होता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

रेडियो फ्री एशिया ने बांग्लादेश में चीन के राजदूत ली जिमिंग के हवाले से कहा, अगर यह (क्वाड) पहल के साथ हाथ मिलाता है तो बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय संबंध काफी हद तक खराब हो जाएंगे।

पिछले महीने चीनी रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंग, जिन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हमीद से मुलाकात की थी, ने जोर देकर कहा था कि दोनों देशों को दक्षिण एशिया में सैन्य गठबंधन बनाने के लिए हाथ मिलाना चाहिए।

पिछले कुछ महीनों में उभरते हुए इंडो पैसिफिक जियोपॉलिटिकल कंट्रोल्स में बांग्लादेश का महत्व बढ़ता जा रहा है। संकेत हैं कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में संतुलन बनाए रखने के लिए क्वाड सदस्य- अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत अब एक क्वाड प्लस समूह के लिए उत्सुक हैं।

ऐसी परिस्थितियों में सभी की निगाहें अब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री खेश हसीना पर हैं। विश्लेषकों का मानना है कि चीन बांग्लादेश पर दबाव डाल रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री शेख हसीना व्यावहारिक तौर पर वही करेंगी, जो उन्हें अपने देश के लिए सबसे उपयुक्त लगेगा।

चीन बांग्लादेश का एक महत्वपूर्ण भागीदार है, लेकिन साथ ही इसके भारत और अमेरिका के साथ भी बेहतर संबंध हैं। एक विश्लेषक ने कहा, हसीना को उनके राजनीतिक कौशल के लिए जाना जाता है। उन्होंने जानबूझकर भारत और चीन दोनों के साथ अपने संबंधों को संतुलित किया है।

विश्लेषक ने कहा कि अगर अंतत: ढाका क्वाड के साथ कोई पहल करता भी है, तो हसीना यह जरूर सुनिश्चित करेगी कि एक ऐसा सही संदेश बीजिंग में जाए, जिससे लगे कि यह सहयोग सैन्य आधारित नहीं है, बल्कि विशुद्ध रूप से विकास को लेकर है।

यह भी एक तथ्य है कि उइगर मुस्लिमों के प्रति अपने व्यवहार के लिए संदेह के घेरे में आए चीनियों का देश में ज्यादा स्वागत नहीं किया गया है, हालांकि बीजिंग लंबे समय से ढाका को लुभाने की कोशिश कर रहा है।

बांग्लादेश के एक शोधकर्ता ने कहा, चीन अपने स्वयं के हितों से प्रेरित है और ढाका उस तथ्य से अवगत है। ढाका की विदेश नीतियों को अन्य देशों द्वारा निर्धारित नहीं किया जाता है।

इसके अलावा ढाका, जिसे दुनिया का दर्जी माना जाता है, वह दूसरा सबसे बड़ा परिधान निर्यातक है। यह यूरोप और अमेरिका को इसके 70 प्रतिशत से अधिक कपड़ों का निर्यात करता है।

एक अन्य विश्लेषक ने कहा, इस को देखते हुए ढाका अमेरिका को नहीं खोना चाहेगा या फिर चीन के प्रति खुले तौर पर झुकाव नहीं दिखाएगा, जो पाकिस्तान ने किया है।

बता दें कि क्वाड का अर्थ क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग है, जो जापान, ऑस्ट्रेलिया, भारत और अमेरिका के बीच एक बहुपक्षीय समझौता है। मूल रूप से यह इंडो-पैसिफिक स्तर पर काम कर रहा है, ताकि समुद्री रास्तों से व्यापार सुगम हो सके, लेकिन अब यह व्यापार के साथ ही सैनिक बेस को मजबूती देने पर ज्यादा ध्यान दे रहा है, ताकि शक्ति संतुलन बनाए रखा जा सके। पिछले साल क्वाड देशों के सैन्य युद्धाभ्यास को लेकर चीन ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।


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