चीन और मिस्र को चुनौतियों का सामना करना चाहिए : वांग यी
चीनी विदेश मंत्री वांग यी और मिस्र के विदेश मंत्री सामेह शौकरी ने काहिरा में आयोजित चीन-मिस्र रणनीतिक वार्ता की अध्यक्षता की

बीजिंग। चीनी विदेश मंत्री वांग यी और मिस्र के विदेश मंत्री सामेह शौकरी ने काहिरा में आयोजित चीन-मिस्र रणनीतिक वार्ता की अध्यक्षता की। वांग यी ने कहा कि चीन और मिस्र के बीच गहरी परंपरा मौजूद है। वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय स्थितियों में अनिश्चिता के मद्देनजर चीन और मिस्र को सहयोग को मजबूत कर चुनौतियों का सामना करना चाहिए। चीन मिस्र के साथ सरकारी सहयोग कमेटी की स्थापना कर दोनों के बीच सामरिक सहयोग के संबंधों को बढ़ाने को तैयार है। दोनों पक्षों को अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों में सामरिक सहयोग आगे बढ़ाना चाहिए।
शौकरी ने कहा कि मिस्र चीन के साथ संबंधों के विकास को राजनयिक कार्यो में प्राथमिकता देने को तैयार है। मिस्र चीन के साथ बेल्ट एंड रोड के सह-निर्माण में गति देना चाहता है। मिस्र चीन के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएगा। दोनों पक्षों ने लीबिया, सीरिया तथा ईरानी नाभिकीय सवाल समेत अहम मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
वार्ता की समाप्ति पर वांग यी ने प्रेस को बताया कि चीन मिस्र के लिए सबसे बड़ा आर्थिक और व्यापारिक सहयोगी है। गत वर्ष मिस्र में चीन के निवेश में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई। दोनों देशों के बीच समान हित बढ़ता जा रहा है, जो दक्षिण-दक्षिण सहयोग का आदर्श बना है। दोनों देश आर्थिक, व्यापार और आतंक-रोधी आदि क्षेत्र में सहयोग करेंगे।
वांग यी ने कहा कि चीन मध्य-पूर्व में शांति, स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ाने को तैयार है। चीन संयुक्त राष्ट्र चार्टर में निर्धारित सिद्धांतों का समादर करने की अपील करता है।


