सरकारी स्कूल में बच्चे एसी रूम में पढ़ते हैं
राजस्थान के खेतड़ी के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में पहली कक्षा के बच्चे दरी बिछी शानदार टेबल-कुर्सियों पर वातानुकूलित कक्ष में पढ़ते है
झुंझुनूं। राजस्थान के खेतड़ी के राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय में पहली कक्षा के बच्चे दरी बिछी शानदार टेबल-कुर्सियों पर वातानुकूलित कक्ष में पढ़ते है।
विद्यालय के प्रिंसीपल सरदार सिंह ने अपने डेढ़ साल के कार्यकाल में ऐसा कर दिखाया है।
सरदार सिंह ने भामाशाहों से थोड़ी-थोड़ी राशि जुटाकर स्कूल का कायाकल्प किया है। खेतड़ी कॉपर प्रोजेक्ट ने इस स्कूल की स्थापना कराई थी। प्रोजेक्ट में कर्मचारियों के पलायन के बाद कम्पनी ने स्कूल को फंड देना बंद कर दिया और इस ओर ध्यान नहीं देने के बाद एकमात्र विकल्प यही बचा कि भामाशाहों के सहयोग से स्कूल को परफेक्ट रखा जाए।
वर्तमान में यहां पर पौने तीन सौ बच्चे शानदार वातावरण में पढ़ रहे हैं। सिंह के अनुसार इस स्कूल में 85 कमरों में बिजली पंखों की पर्याप्त व्यवस्था है। जिनमें पहली से 12वीं तक की कक्षाएं लगती हैं। बिजली गुल होने पर दिक्कत नहीं होती क्योंकि यहां जनरेटर भी है। इनमें से पहली कक्षा का कमरा पूर्णत: एसी है।
फर्श पर दरी और बच्चों के लिए स्पेशल राउंड टेबलें हैं। पहली दूसरी के करीब 20 छोटे बच्चों के लिए प्लास्टिक की टॉय कुर्सियां हैं। यहां बच्चे घर जैसे वातावरण में आराम से पढ़ाई करते हैं।
स्कूल में अशोक के सौ से अधिक पेड़ लहलहा रहे हैं। फुलवारी का शानदार बगीचा है। प्रिंसीपल ने स्कूल भवन के अंदर के बरामदे में भी गमलों में हरे-भरे पौधे लगवाए हैं। सभी बच्चों को आरओ प्लांट से शुद्ध ठंडा पानी पीने को मिलता है। वेस्ट पानी पेड़-पौधों की सिंचाई में काम जाता है। स्कूल में आधुनिक सुविधा से युक्त साइंस कंप्यूटर लैब है।
लाइब्रेरी भी शानदार सुसज्जित। बाथरूम सुविधाघर भी आधुनिक हैं। टीचर्स सहित 32 का पर्याप्त स्टाफ है। छोटे बच्चों को प्रिंसीपल स्टॉफ गोद में बिठाकर पढ़ाते हैं। अन्य छात्र-छात्राओं को भी भयमुक्त होकर घर जैसे वातावरण में पढ़ाई कराई जाती है।बच्चों के लिए स्कूल ड्रेस की व्यवस्था भी प्रिंसीपल कराते हैं।साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है।


