प्रसव के दौरान शिशु की मौत, लापरवाही का आरोप
जिला अस्पताल में लाई गई गर्भवती महिला के शिशु की मौत प्रसव के दौरान हो गई

कोरबा। जिला अस्पताल में लाई गई गर्भवती महिला के शिशु की मौत प्रसव के दौरान हो गई। घटना से आक्रोशित परिजनों ने जिला अस्पताल की चिकित्सिका व स्टाफ नर्स पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की है। पीड़िता के पति ने कलेक्टर से भी शिकायत की है।
जानकारी के अनुसार रामपुर चौकी क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 18 पथर्रीपारा निवासी मो. इरशाद की पत्नी शबाना बानो 26 वर्ष गर्भवती थी। उसे सोमवार सुबह 11 बजे प्रसव हेतु जिला अस्पताल लाया गया था जहां प्रसव के दौरान शिशु की मौत हो गई। पीड़ित इरशाद का आरोप है कि सुबह 11 बजे उसकी पत्नी को भर्ती नहीं किया गया। शाम 5 बजे तक उसे तथा पत्नी को बाहर बैठाकर रखा गया। इस दौरान किसी प्रकार की प्राथमिक चिकित्सा भी शबाना को उपलब्ध नहीं कराई गई।
शाम 5 बजे के बाद जब शबाना को प्रसव पीड़ा होने लगी तो आनन-फानन में उसे अस्पताल के अंदर लाया गया। उस दौरान कोई भी महिला चिकित्सक ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थी। इसी दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दिया।
समय पर चिकित्सा के अभाव में नवजात शिशु की मौत हो गई। आरोप है कि प्रसव के पहले उससे एक फार्म में हस्ताक्षर करवाया गया जिसमें डॉक्टर के द्वारा अपने मन से लिख दिया गया कि बच्चे के गले में नाल फंस गया था, इस कारण उसकी मृत्यु हो गई। इस तथ्य को नकारते हुए इरशाद ने आरोप लगाया है कि महिला चिकित्सक की लापरवाही व स्टाफ नर्स द्वारा समय रहते भर्ती नहीं किए जाने के कारण ही शिशु की मौत हुई है।
जांच कर करें कार्रवाई : रामसिंह
इधर मामले की सूचना मिलने पर जनता कांग्रेस जोगी के जिलाध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल जिला अस्पताल पहुंचे, यहां उन्होंने प्रसूता का कुशलक्षेम जाना। उन्होंने कहा कि इस मामले में कड़ाई से जांच करनी चाहिए।
अगर चिकित्सक व नर्स की लापरवाही से शिशु की मौत हुई है तो उन पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए। वार्ड 18 के पार्षद चंद्रलोक व विभिन्न क्षेत्र की मितानिनों भी कलेक्टर से शिकायत में कहा कि जिला अस्पताल के चिकित्सक व स्टाफ नर्सों द्वारा मितानिनों व प्रसूताओं के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। दोषियों की गिरफ्तारी की मांग पार्षद व मितानिनों ने की है।


