मुख्य सचिव मामला: गृहमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने जा रहे आप के मंत्री को हिरासत में लिया गया
आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को गुरुवार को उस समय हिरासत में ले लिया गया, जब वह मुख्य सचिव अंशु प्रकाश द्वारा 'जातिगत टिप्पणी' किए जाने के विरोध में कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को गुरुवार को उस समय हिरासत में ले लिया गया, जब वह मुख्य सचिव अंशु प्रकाश द्वारा 'जातिगत टिप्पणी' किए जाने के विरोध में कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास की ओर जा रहे थे।
दिल्ली पुलिस के आप के विधायकों के खिलाफ एकतरफा कार्यवाही के विरुद्ध गृहमंत्री राजनाथ सिंह का घर घेराव करने जा रहे आप कार्यकर्ताओं को और मंत्री @AdvRajendraPal को पुलिस हिरासत में लिया। pic.twitter.com/dJCpwiVpV8
— AAP (@AamAadmiParty) February 22, 2018
देश में लोकतांत्रिक विरोध करने का अधिकार भी जनता से छिना जा रहा है।
— AAP (@AamAadmiParty) February 22, 2018
देखिए कैसे मीडिया के सामने पुलिस दिल्ली के मंत्री @AdvRajendraPal को खिंच कर ले जा रही है। मीडिया से बात तक करने नहीं दी जा रही। pic.twitter.com/tyqZz8rbym
इससे दो दिन पहले आप के अंबेडकर नगर से विधायक अजय दत्त ने अरविंद केजरीवाल के आवास में बैठक के दौरान जातिगत टिप्पणी करने के लिए मुख्य सचिव के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के अधीनस्थ है। आप का आरोप है कि दिल्ली पुलिस भाजपा के इशारे पर काम करती है।
पार्टी के एक अधिकारी ने कहा, "यह प्रदर्शन आप के विधायक अमानतुल्ला खान और प्रकाश जरवाल के खिलाफ दल्ली पुलिस के 'भेदभाव पूर्ण जांच' के विरुद्ध किया गया है। दोनों विधायकों को बुधवार को कथित रूप से मुख्य सचिव के साथ मारपीट मामले में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।"
सचिवालय से प्राप्त कई वीडियो क्लिप के आधार पर, इस घटना के विरोध में दिल्ली सचिवालय में आप के मंत्री इमरान हुसैन और उनके सचिव हिमांशु सिंह के साथ मारपीट की गई।
पार्टी ने शिकायत की है कि मंत्री हुसैन और उनके सहयोगी पर हमला करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मुख्य सचिव ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि उन्हें मुख्यमंत्री आवास में आपातकालीन बैठक में बुलाने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष दो विधायकों ने कथित रूप से पीटा।
आप का आरोप है कि मुख्य सचिव भाजपा के इशारे पर झूठी कहानी गढ़ रहे हैं और झूठी इंजुरी रिपोर्ट पेश कर सरकार को बदनाम करने की साजिश में शामिल हैं।


