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मुख्यमंत्री साहा ने ड्रोन टेक्नोलॉजी सेंटर का किया उद्घाटन

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डा. माणिक साहा ने शुक्रवार को राज्य में तकनीकी शिक्षा के दायरे को मजबूत करने की दिशा में एक कदम के रूप में त्रिपुरा प्रौद्योगिकी संस्थान (टीआईटी) में एक ड्रोन प्रौद्योगिकी केंद्र का उदघाटन किया

मुख्यमंत्री साहा ने ड्रोन टेक्नोलॉजी सेंटर का किया उद्घाटन
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अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डा. माणिक साहा ने शुक्रवार को राज्य में तकनीकी शिक्षा के दायरे को मजबूत करने की दिशा में एक कदम के रूप में त्रिपुरा प्रौद्योगिकी संस्थान (टीआईटी) में एक ड्रोन प्रौद्योगिकी केंद्र का उदघाटन किया।

इस अवसर पर डा. साहा ने कहा कि छात्रों को नवाचार में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए यह केंद्र विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र ने छात्रों द्वारा बनाए गए दो उड़ने वाले रोबोट लॉन्च किए हैं, जो अपने एम्बेडेड सिस्टम में सॉफ़्टवेयर-नियंत्रित उड़ान योजनाओं का उपयोग करके स्वायत्तता से चमकते हैं। ये ऑनबोर्ड सेंसर और एक ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) के साथ काम करते हैं।

मुख्यमंत्री ने खेद व्यक्त किया कि पिछली सरकार में एक तबके की कुछ अनियंत्रित गतिविधियों के कारण राज्य के पहले तकनीकी संस्थान ने अपना गौरव खो दिया था।

वर्ष 2018 में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद, संस्था ने विभिन्न विषयों में कई मील के पत्थर हासिल किए।

उन्होंने कहा,“मैं छात्रों और उनके गाइडों के प्रयासों की सराहना करता हूं। मुझे विश्वास है कि यह संस्थान निश्चित रूप से राज्य में तकनीकी शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”

उन्होंने कहा कि केंद्र विभिन्न अनुप्रयोगों में उपयोग किए जा रहे या किए जाने वाले ड्रोन के संचालन, रखरखाव और डिजाइन से संबंधित युवाओं को कौशल प्रदान करता है। यह ड्रोन से संबंधित उद्योगों में विभिन्न पदों पर सेवा देने के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी में प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा।

डा. साहा ने कहा कि बड़े क्षेत्रों में और दूरदराज के क्षेत्रों में भी थोड़े समय के भीतर बीज, उर्वरक और कीटनाशकों को फैलाने के लिए अब कृषि में ड्रोन तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा तत्काल बचाव के लिए आपदा प्रबंधन और प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने में भी यह मददगार साबित होगा।

अधिकारियों ने कहा कि यह नवोदित इंजीनियरों के कौशल विकास के लिए एक अत्याधुनिक केंद्र विकसित करेगा और विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए ड्रोन डिजाइनिंग पर पाठ्यक्रम चलाएगा। साथ ही विभिन्न एजेंसियों को उनकी दक्षता और प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी सहायता प्रदान करेगा।


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