मुख्यमंत्री ने अति वर्षा, बाढ़ से निपटने के इंतजामों की समीक्षा की
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में अति-वर्षा से उत्पन्न स्थिति की बुधवार को उच्चस्तरीय समीक्षा की

भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में अति-वर्षा से उत्पन्न स्थिति की बुधवार को उच्चस्तरीय समीक्षा की। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, "मुख्यमंत्री ने बैठक में अति-वर्षा और बाढ़ की संभावना की आशंका के क्षेत्रों की निरंतर निगरानी करने के आदेश दिए। इसके साथ ही निवासियों को सर्तकता और सावधानी बरतने की अग्रिम जानकारी देने के लिए कहा गया।"
जानकारी के अनुसार, "मुख्यमंत्री ने कहा कि अति-वर्षा, राहत और पुनर्वास की व्यवस्थाओं की निरंतर निगरानी के साथ बाढ़ की आशंका के क्षेत्रों के निकट पुनर्वास स्थलों को चिन्हित किया जाए।"
मुख्यमंत्री ने पुनर्वास स्थलों पर आपदा की स्थिति में राहत की सभी व्यवस्था अग्रिम रूप से तैनात करने के आदेश दिए और राहत और पुनर्वास व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
बैठक में बताया गया कि आपदा प्रबंधन केन्द्र भोपाल में राज्य-स्तरीय नियंत्रण कक्ष का गठन किया गया है। नियंत्रण कक्ष का टोल-फ्री दूरभाष क्रमांक 1079 है, जिस पर किसी भी प्रकार की सहायता के लिए फोन किया जा सकता है। राजगढ़, आगर और रतलाम में अतिवर्षा की आशंका के दृष्टिगत सतर्कता की चेतावनी जारी की गई है। धार और बड़वानी में राष्ट्रीय आपदा निवारण बल तैनात किए गए हैं।
बैठक में मुख्य सचिव बी़पी़ सिंह, पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला, महानिदेशक नागरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन महान भारत सागर, प्रमुख सचिव(गृह) मलय श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल, प्रमुख राजस्व आयुक्त मनीष रस्तोगी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजीव टंडन उपस्थित थे।


