छत्तीसगढ़ के जल, जंगल, जमीन को अब बिकने नहीं देंगे: अजीत जोगी
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पेंड्रावन जलाशय को एक औद्योगिक समूह को बेचे जाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है

रायपुर ! जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पेंड्रावन जलाशय को एक औद्योगिक समूह को बेचे जाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि उक्त जलाशय से लगभग 11 गांव के हजारों किसान अपने पेयजल, निकासी एवं खेती से संबंधित कार्य इस जलाशय के पानी के द्वारा करते है। जिसे बेचा जाना छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचल के लोगों के साथ धोखा है। इसके पूर्च भी डॉ. रमन सिंह ने रोगदा जलाशय को एक आद्योगिक समूह को बेच चुके हैं। अब पेंड्रावप जलाशय को बेचने की कोशिश कर रहे हैं। कुल मिलाकर डॉ रमन सिंह आने वाले पीढ़ी के दोषी है।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व अजीत जोगी ने कहा कि जब वे मुख्यमंत्री थे। उन्होंने प्रदेश के जल संरक्षण के लिए जल संसाधन विभाग की ओर से विशेष कार्य योजना बनाई ताकि प्रदेश केे सभी बांधों, जलाशयों को सुरक्षित किया जा सके। यहां तक कि गांव के तालाबों में भी जल संचय करने हेतु उन्होंने इंदिरा गांव गंगा योजना आंरभ की जिसमें प्रदेश के लोगों ने जब भागीदारी निभाते हुए उसे जोगी डबरी का नाम दिया। वहीं आज डॉ. रमन सिंह ने सभी बड़े जलाशयो को अल्पवृष्टि की बात करते हुए उद्योंगो के लिए सुरक्षित कर दिया था। जिसमें प्रदेश के किसान उद्वेलित होकर चक्का जाम सहित अनेकों प्रदर्शन किये थे।
जनता कांग्रेस छग के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा कि अब डॉ. रमन सिंह की सरकार दिल्ली सहित अपने आकाओं के इशारे पर धरोहरों को बेचने की साजिश जनता कांग्रेस छग बर्दाश्त नहीं करेगी। इन धरोहरों को भविष्य की आने वाली पीढिय़ो के लिए सुरक्षित करने का दायित्व अब हमारे ऊपर है। सदन से लेकर सडक़ तक इसके विरोध मे जन आंदोलन चलाया जाएगा और इसे किसी भी हाल में बिकने नही दिया जाएगा।


