छग : बैंक में हुई सेंधमारी के 2 आरोपी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ में विधानसभा थाना इलाके के बैंक में हुई सेंधमारी के दो आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया

रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा थाना इलाके के बैंक में हुई सेंधमारी के दो आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। रायपुर पुलिस आरोपियों को गुरुग्राम और सवाईमाधोपुर से गिरफ्तार कर रिमांड पर रायपुर ला रही है।
रायपुर रेंज आईजी प्रदीप गुप्ता ने कहा कि वारदात के मुख्य आरोपी अनिल पवार (36) और राजेश कीर (28) को गिरफ्तार किया गया है।घटना के बाद विधानसभा के तत्कालीन प्रमुख सचिव देवेंद्र वर्मा ने कहा था कि बैंक में हुई सेंधमारी में उनके लॉकर में रखे सोने के आभूषण, नकदी और दस्तावेज चोरी हो गए।
उन्होंने कहा था, "चोर ने बैंक से उनके जीवनभर की कमाई चोरी कर ली है, जिससे उनकी पत्नी डिप्रेशन में है। बैंक से उनका भरोसा उठ गया है। अब वे जीवन में कभी स्टेट बैंक का उपयोग नहीं करेंगे।" आईजी ने कहा कि यह घटना 24, 25 व 26 नवंबर की रात एसबीआई के मांढर शाखा में हुई।
उन्होंने कहा, "मुख्य आरोपी अनिल पवार ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि नौ नवंबर को रायपुर आकर उसने पहले रेकी की थी। 24 नवंबर को अनिल रायपुर पहुंचा। सिटी बस से मौदहापारा की एक गैस सिलेंडर एजेंसी पहुंचा और वहां से किराए पर सिलेंडर लिया। ज्यादा पूछताछ न हो इसलिए खुद को आर्मी का जवान बताया। ऑटो में बैंक तक पहुंचा और रास्ते में दो और आरोपियों को भी साथ लिया। देर रात बैंक का ताला तोड़कर आरोपी अंदर घुसे और तीन से चार घंटे में वारदात को अंजाम दिया।"
आईजी के अनुसार, उन्होंने सभी सीसीटीवी तोड़े और एक को तोड़ना भूल गए, जिससे पुलिस को बैंक में दाखिल होने का समय पता चला। आरोपी 25-26 की रात फिर बैंक में दाखिल हुए और लॉकर को काट कर उसमें से सोना और नकदी चोरी किया। बाहर आकर आरोपियों ने बैंक में ताला लगाया और भाग गए। 27 नवंबर सोमवार को जब बैंककर्मी पहुंचे तो दूसरा ताला देखकर पुलिस को मामले की जानकारी दी।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि बैंक से उन्हें दो लाख रुपये कैश, लगभग सवा तीन किलोग्राम सोना और सात सौ ग्राम चांदी मिली, जिसे उप्र में एक सोनार को 17 लाख रुपये में बेच दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों से कुल 17 लाख 5 हजार रुपये नकद, 359 ग्राम सोना, चार मोबाइल और एक कार बरामद की है। आरोपियों को रिमांड पर रायपुर लाया जा रहा है।
आईजी गुप्ता ने कहा कि आरोपी राजेश खतरनाक अपराधी है। वहीं दूसरा आरोपी अनील पवार पूर्व में छह बैंकों में चोरी कर चुका है। वह खुद को 2000 से 2007 तक हरियाणा में 9वीं पैराबटालियन विशेष सशस्त्र बल में नौकरी करने की बात बता रहा है। इसकी जांच जारी है।


