छग : 13 नक्सल संघम सदस्यों ने किया समर्पण
छग शासन के पुनर्वास और आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर 29 सितंबर की सुबह 13 नक्सल संघम सदस्यों ने समर्पण किया

कोंडागांव। छग शासन के पुनर्वास और आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर 29 सितंबर की सुबह 13 नक्सल संघम सदस्यों ने समर्पण किया। समर्पण के दौरान बताया कि वे सुरक्षा बलों के नक्सल विरोधी अभियान से दबाव में आकर जनजागरण अभियान से प्रेरित होकर समाज की मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं।
समर्पण करने वाले सभी 13 संघम सदस्य कोंडागांव पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजुर, अनुविभागीय पुलिस अधिकारी कपिल चंद्र और मर्दापाल थाना प्रभारी एसआई मुकेश शर्मा के समक्ष समर्पण किए।
कोंडागांव के पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजुर ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान के तहत जिला पुलिस को एक बार फिर सफलता मिली है। जिला पुलिस बल नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले ग्राम कुधूर में पुलिस संगवारी कार्यक्रम चलाकर भटक चुके लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने और जनजागरण अभियान चला रहा है। इसके चलते नक्सली संगठन लगातार दबाव महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसी का नतीजा है कि छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास, आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर 29 सितंबर की सुबह मर्दापाल थाना में 13 नक्सल संघम सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया। इनकी मानें तो वे नक्सलियों के साथ कई कार्य कर चुके हैं। आत्मसमर्पण करने वालों में सुदराम का गनमैन भी शामिल है।
इन्होंने किया समर्पण : पुलिस अधीक्षक अरविंद कुजुर समेत अन्य पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण करने वालों में सुदराम का गनमैन फूलसिंह कश्यप (22) समेत, तुलसी (35), लिमसू कश्यप (23), रजमन कश्यप (29), चेयतु राम कश्यप (28), फूलसिंह कश्यप (22) , रैयसिंह (32) , हाड़ी राम यादव (32), खुटीराम (27) , रमेश राम कश्यप (20) जमलूए सुब्रत (32), गोबरू कश्यप (32) और सनत राम कश्यप और (30) शामिल है।


