रामलीला में रावण की भूमिका निभाते आ रहे चेतन चौहान
नवापारा के महानदी के किनारे स्थित रेखराज चतुरभुज राधाकृष्ण मंदिर के द्वारा विगत् 47 वर्षों से शीतला पारा के रावण भाटा मे संचालित दशहरा के अवसर पर आयोजित

नवापारा-राजिम। नवापारा के महानदी के किनारे स्थित रेखराज चतुरभुज राधाकृष्ण मंदिर के द्वारा विगत् 47 वर्षों से शीतला पारा के रावण भाटा मे संचालित दशहरा के अवसर पर आयोजित रामलीला के सभी पात्र कुम्हारपारा से है जो इस रामलीला में विभिन्न पात्रों में अपना अभिनय निभाते आ रहे है। जिस व्यक्ति को जो पात्र मिलता है उसे वह बखूबी निभाता है।
इन वर्षों में कई व्यक्तियों द्वारा रामायण के मुख्य पात्र रावण का किरदार निभाया गया जिसमें सबसे ज्यादा लोकप्रियता शिक्षकीय कार्य में संलग्न नवापारा का एक जाना पहचाना चेहरा चेतन कुमार चौहान है जो प्रतिवर्ष रावण की भूमिका को बखूबी निभाते आ रहे है।
चेतन चौहान ने बताया कि मेरे परिवार में मेरे पिता जी अपने समय में किसी भी रामलीला या नाटक में भाग नही लिए लेकिन मेरे दादाजी एवं बड़े पिता जी हमेशा रामलीला एवं नाटक में शामिल होते रहे है। विगत कई वर्ष पहले मनोरंजन के साधनों का विकास ज्यादा नहीं हो पाया था तब कुम्हार पारा में स्थानीय कलाकारों के द्वारा गणेश उत्सव और अन्य उत्सवों में शिक्षाप्रद नाटको की प्रस्तुति दी जाती थी।
रामलीला में मेरी शुरूआत कुम्भकरण के किरदार से हुई थी। मेरी ललक एवं अभिनय की क्षमता को देखते हुए रामलीला के मुख्य कार्यकर्ता मन्नु चक्रधारी ने मुझे सन 2008 मे मुझे रावण बनने का अवसर दिया। ऐसा मौका पाकर मै खुश हो गया क्योंकि मुझे यह अवसर मेरी अभिनय क्षमता, शरीर और आवाज को देखते हुए मिला है। मेरे बच्चे कहतें है कि 'मोर ददा दशेरा के दिन रावन बनथे तब हमन कथन के हमन भी एको दिन नवापारा के दशेरा के रामलीला म रावण बनबोन।'


