नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी
बेरोजगार युवक से नौकरी लगवाने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है
नई दिल्ली। बेरोजगार युवक से नौकरी लगवाने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित पुष्पेंद्र सिंह परिहार का आरोप है कि नोटबंदी के दौरान जब वह बैंक की लाइन में लगा हुआ था, तभी एक युवक ने उससे संपर्क किया था और मंत्रालय व बैंक में जान-पहचान होने की बात कह कर नौकरी दिलवाने का भरोसा दिया था।
इसके बाद उसने एक लाख रुपये उसे दिए थे। अब नौकरी नहीं मिलने पर आरोपी रुपये नहीं लौटा रहा है। शिकायत मिलने पर वसंत कुंज नार्थ थाना पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है। पुष्पेंद्र सिंह परिहार नंगला देवत गांव, वसंत एंक्लेव रहता है। दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करने के बाद उसने एमबीए किया था।
इसी बीच नोटबंदी की घोषणा हो गई। वह उन दिनों बैंक की लाइन में लगा हुआ था तभी शिवराज शर्मा नामक एक युवक उसे लाइन में मिला। उसने बताया कि उसकी मंत्रालय और कई बैंकों में अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है।
वह उसकी नौकरी लगवा देगा, लेकिन उसे 12 लाख रुपये देने होंगे। पीड़ित उसके झांसे में आ गया। उसके बाद उसने एक लाख रुपये एडवांस दे दिया। कुछ समय बाद दो बैंकों में वैकेंसी निकली। उसके फार्म भरने के लिए युवक ने आवेदन कर दिया।
परिणाम आने के बाद जब नौकरी नहीं मिली तो उसने आरोपी से संपर्क किया, लेकिन उसने कहा कि वह रुपये लौटा देगा।
इसी बीच उसने एक चेक भी दिया, जो जुलाई-2017 में बाउंस हो गया। उसके बाद आरोपी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया है। पीड़ित ने शुक्रवार को मामला दर्ज करवाया।


