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नादरा बस स्टैंड भोपाल पर यात्रियों से ठगी, परिवहन विभाग की मिलीभगत
अपने घर से न जाने किस कष्ट परेशानी में यात्री दूसरे शहर की यात्रा के लिए निकलता है। उसके लिए सबसे जरूरी होता है कि कैसे भी वह समय पर अपने गन्तव्य स्थल पर पहुँच जाए।

भोपाल : अपने घर से न जाने किस कष्ट परेशानी में यात्री दूसरे शहर की यात्रा के लिए निकलता है। उसके लिए सबसे जरूरी होता है कि कैसे भी वह समय पर अपने गन्तव्य स्थल पर पहुँच जाए। वह नादरा बस स्टैंड भोपाल पहुँच वहा खड़े बस संचालकों और उनके स्टाफ पर पूरा करता है। बड़े में वहां का स्टाफ न केवल यात्रियों के साथ अभद्रता करता है, बल्कि उन्हें लूटने और ठगने भी लगता है।
एक यात्री ने बताया कि किसी मजबूती वश उसे उज्जैन जाना था। जब वह नादरा बस स्टैंड भोपाल पहुँचा तो वहां उसे इंदौर जाने वाली बस क्रमांक MP04 PA 2850 में य़ह कहकर बिठाया गया कि देवास से बस बदल दी जाएगी। जिस काउन्टर ने टिकिट बुक किया उस पर बेठे बस संचालकों के स्टाफ ने बस पर जाकर आगे की सीट भी दिखाई और बस कंडक्टर से बात भी करा दी। सभी ने मिल कर यात्रियों को ठगने का पूरा सोचा समझा षड्यंत्र बना रखा था।
मजबूर यात्री को भी मजबूरी वश जाना था और स्टाफ की लाग लपेट की बातों में वह आ गया। जब बस देवास पहुँच गयी तो बस के स्टाफ ने यात्रियों को बस से उतार दिया। और बदतमीजी की । यात्री को देवास बस स्टैंड पर खड़े ऑटो वालों ने बटाया कि ऐसा रोज होता है, य़ह बस संचालकों ऐसे ही गुंडागर्दी करते हैं। यात्रियों को पता चला के सुबह 5 बजे से पहले देवास से उज्जैन की कोई बस नहीं है।
ऐसे ही न जाने कितनी घटना रोज होती हैं। जिसका कई यात्री वापस आकर विरोध तक नहीं कर पाते क्यूंकि ज्यादातर यात्रियों को कभी कभी सफर करना होता है। खुले आम हो रहीं इन लूट खसोट और ठगी की घटनाओं मे स्थानीय पुलिस और परिवहन विभाग की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता है। जिस तरह का माहौल नादरा बस स्टैंड भोपाल पर है उससे साफ़ नजर आता है कि य़ह यात्रियों की लूट खसोट और बस संचालकों की गुंडागर्दी का अड्डा बन चुका है।
यात्री यदि विरोध करता भी है तो उसे उल्टा धमका डरा कर भगा दिया जाता है। यात्रियों के साथ बदसलूकी और ठगी यहां पर आम बात है। नादरा बस स्टैंड पर परिवहन विभाग ने ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की है जिससे यात्री तुरन्त ऐसे घटना की शिकायत कर सके। नादरा बस स्टैंड पर न तो किराया की उचित सूचना चस्पा है न ही बसों का गन्तव्य स्थल टाइम्स के साथ स्पष्ट है। नादरा बस स्टैंड भोपाल पर परिवहन विभाग न यात्रियों की सुविधा को ताक पर रखा हुआ है।
ऐसा लगता है मानो परिवहन विभाग ने बस संचालकों को खुली छूट दे रखी हो। देवास बस स्टैंड के ऑटो वालों की माने तो बस क्रमांक MP04 PA 2850 भोपाल से रोज ऐसे ही झूठ बोलकर यात्रियों को ले आती है और देवास मे छोड़ कर निकल जाती है। बस में लगभग 5 लोगों का स्टाफ यात्रियों से गुंडागर्दी करता है। उनके व्यवहार से साफ़ समझ आता है कि उन्हें किसी शिकायत या कार्यवाही का कोई डर नहीं है। लेकिन इस बार इस यात्री ने ऐसे बस संचालकों के खिलाफ परिवहन विभाग में शिकायत के साथ न्यायालय तक जाने का मन बना लिया है।
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