नौकरी लगाने के नाम ठगी, 2 गिरफ्तार
राजधानी रायपुर में ठगी करने के बाद एक युवक गोवा भाग गया और वहां जाकर मजे करने लगा। उसने एक शख्स को शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर झांसे में लिया

रायपुर। राजधानी रायपुर में ठगी करने के बाद एक युवक गोवा भाग गया और वहां जाकर मजे करने लगा। उसने एक शख्स को शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर झांसे में लिया और उससे 11 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए थे। मगर ऐसा कुछ हुआ नहीं। जिसके बाद मामला थाने पहुंचा और अब पुलिस ने आरोपी को गोवा से ही गिरफ्तार कर लिया है।
मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। इस केस में शांति नगर निवासी सुरेंद्र हरपाल 45 वर्ष ने पुलिस से शिकायत की थी। उसने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ समय पहले उसकी मुलाकात विपिन कुमार अग्रवाल 28 वर्ष से हुई थी। उस वक्त विपिन ने कहा था कि मेरी शिक्षा विभाग में अच्छी पहचान है। मैं तुम्हारी नौकरी रायपुर के ही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लगवा दूंगा।
ये सुनने के बाद सुरेंद्र उसकी बातों में आ गया। इसके बाद सुरेंद्र ने विपिन से संपर्क किया। तब विपिन ने बताया कि कि आपका काम हो जाएगा। मगर आज कल पैसे के बिना कुछ होता नहीं है। इसलिए नौकरी के लिए पैसे लगेंगे। फिर उसने सुरेंद्र से 11 लाख रुपए मांग लिए। उधर सुरेंद्र ने भी अलग.अलग किश्त में विपिन के खाते में 11 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए।
लेकिन काफी दिन बीत जान के बाद भी नौकरी के लिए किसी ने संपर्क नहीं किया। ये सब कुछ सितंबर महीने में हुआ था। विपिन भी बात नहीं कर रहा था। इसके बाद सुरेंद्र को एहसास हुआ कि उससे ठगी हो गई है। जिसके बाद उसने कुछ दिन पहले पुलिस से शिकायत की।
शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत ठगी का केस दर्ज किया था। सायबर पुलिस ने आरोपी का लोकेशन ट्रेस कियाए तब पता चला कि वह गोवा में है। इस पर एक टीम को गोवा भेजा गया। जिसके बाद पुलिस ने गोवा से ही आरोपी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि ठगी के पैसे उसने गोवा घूमने और खाने पीने में खर्च कर दिए हैं।
आरोपी मुख्य रूप से जशपुर जिले के बागीचा का रहने वाला था। मगर कुछ समय से वह रायपुर में ही रहा था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। एक अन्य मामले में प्रार्थिया के परिचित दिनेश मानिकपुरी निवासी चंगोराभाठा डी डी नगर ने स्वयं की पहचान विद्युत विभाग के बड़े अधिकारियों से होना बताकर प्रार्थिया को विद्युत विभाग में डाटा एण्ट्री आपरेटर के पद पर नौकरी लगाने का झांसा देते हुए 08 लाख रुपये लगना बताया।
जिससे प्रार्थिया दिनेश मानिकपुरी के झांसे में आकर अलग- अलग किश्तों में कुल 6,90,000 ले लिय घटना के बाद से आरोपी लगातार फरार चल रहा था इसी दौरान पुलिस टीम के सदस्यों को आरोपी की उपस्थिति के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होने पर आरोपी दिनेश मानिकपुरी को पकड़ा गया। दिनेश मानिकपुरी से घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसके द्वारा ठगी की उक्त घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया। जिस पर आरोपी दिनेश मानिकपुरी को गिरफ्तार कर कार्यवाही की गई।


