वक्फ़ बिल पर जेपीसी की पहली बैठक में बवाल
हाल ही में संसद के मानसून सत्र में पेश हुए वक्फ बिल को सरकार ने दबाव के चलते जेपीसी के पास भेजने का फैसला लिया था। जिसको लेकर गुरुवार को जेपीसी की पहली बैठक हुई। इस बैठक में विपक्ष ने बिल में प्रस्तावित संशोधनों पर कई सवाल उठाए

दिल्ली। हाल ही में संसद के मानसून सत्र में पेश हुए वक्फ बिल को सरकार ने दबाव के चलते जेपीसी के पास भेजने का फैसला लिया था। जिसको लेकर गुरुवार को जेपीसी की पहली बैठक हुई। इस बैठक में विपक्ष ने बिल में प्रस्तावित संशोधनों पर कई सवाल उठाए।
गुरुवार को संसद के एनेक्सी में वक्फ बिल पर जेपीसी की पहली बैठक बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में अल्पसंख्यक मामलों और कानून मंत्रालय के अधिकारियों ने कानून में प्रस्तावित संशोधनों के बारे में जेपीसी के बाकी सदस्यों को जानकारी दी। इस बैठक में विपक्षी दलों के सांसदों ने कई सवाल उठाए और साथ ही उनका कहना था कि इस कानून से धार्मिक स्वतंत्रता, समानता की स्वतंत्रता, अनुच्छेद 26 और कई अन्य कानूनों का उल्लंघन होगा। इतना ही नहीं बैठक में तमाम कानूनी पहलुओं से जुड़ी जानकारी भी साझा की गई। बैठक में मुस्लिम सांसदों ने वक्फ ट्रिब्यूनल में स्थानीय डीएम और नॉन माइनॉरिटी मेंबर्स को शामिल करने का विरोध किया।
बता दें कि जेपीसी इस बिल पर मंथन करने के बाद शीतकालीन सत्र के पहले हफ्ते के आखिरी दिन तक अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। 8 अगस्त को संसद के मानसून सत्र में वक्फ बिल को पेश किया गया था जिसे विपक्ष के दबाव के चलते संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने जेपीसी को भेज दिया था। बिल पेश करते हुए सरकार की ओर से कहा गया था कि प्रस्तावित कानून से मस्जिदों के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं होगा जबकि विपक्ष ने इसे मुसलमानों को निशाना बनाने के लिए उठाया गया कदम बताया था। साथ ही आरोप लगाया था कि ये बिल संविधान पर हमला है।


