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घोटालों और हिंसा के मुद्दे पर लोकसभा में हंगामा, कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों एवं सत्ता पक्ष के कुछ घटक दलों के अलग-अलग मुद्दों पर भारी हंगामे के कारण लोकसभा में आज लगातार तीसरे दिन कोई कामकाज नहीं हो सका और कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी

घोटालों और हिंसा के मुद्दे पर लोकसभा में हंगामा, कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित
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नयी दिल्ली। कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों एवं सत्ता पक्ष के कुछ घटक दलों के अलग-अलग मुद्दों पर भारी हंगामे के कारण लोकसभा में आज लगातार तीसरे दिन कोई कामकाज नहीं हो सका और कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी।



अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने 1 बजे मीटिंग भी बुलाई है।



एक बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही 12 बजे से शुरू होने से कुछ मिनट पहले से ही विभिन्न दलों के सदस्य आसन के समीप पहुंच चुके थे और अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के सीट संभालने से पहले से ही उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी थी।

श्रीमती महाजन ने जोरदार हंगामे और नारेबाजी के बीच जरूरी दस्तावेज सदन पटल पर रखवाये। मुख्य विपक्षी कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य जहां सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में हजारों करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर नारेबाजी कर रहे थे, वहीं वाईएसआर कांग्रेस और सत्तारूढ जनतांत्रिक गठबंधन की घटक तेलुगूदेशम पार्टी के सदस्य आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर हंगामा कर रहे थे।

राजग में शामिल शिवसेना के सदस्य मराठी को पारम्परिक भाषा का दर्जा देने, अन्नाद्रमुक सदस्य कावेरी प्रबंधन बोर्ड गठित करने तथा तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्य तेलंगाना में आरक्षण का कोटा बढ़ाये जाने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे।

जरूरी दस्तावेज रखवाने के बाद अध्यक्ष ने हंगामे के बीच ही शिवसेना के आनंदराव अडसुल को अपनी बात रखने की अनुमति दी। उन्होंने मराठी भाषा को पारम्परिक भाषा का दर्जा दिये जाने की मांग की और सत्ता पक्ष की ओर से गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस सिलसिले में संस्कृति मंत्रालय से बात करने का आश्वासन भी दिया, लेकिन सदस्यों का हंगामा नहीं थमा। अंतत: अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।

इससे पहले भी हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो सका था और सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी थी। पूरा सदन सदस्यों के रंग-बिरंगे पटके से रंगीन था। शिवसेना के सांसद भगवा रंग, तेदेपा के सदस्यों ने पीले रंग और अन्नाद्रमुक के सफेद, लाल आैर काले रंग का तिरंगा पटका पहन रखा था। तेलंगाना राष्ट्र समिति के सदस्यों ने गुलाबी रंग के अंगवस्त्र पहने हुए थे।

बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होने के दिन (पांच मार्च) से ही सदस्यों का भारी हंगामा जारी है, जिससे सदन में कोई कामकाज नहीं हो पा रहा है।


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