जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए व्यवहार में बदलाव लाना जरूरी : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि जलवायु परिवर्तन में बदलाव से निपटने के लिए लोगों के व्यवहार में बदलाव तथा उनका प्रकृति से जुड़ना जरूरी है

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि जलवायु परिवर्तन में बदलाव से निपटने के लिए लोगों के व्यवहार में बदलाव तथा उनका प्रकृति से जुड़ना जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत ने इस दिशा में एक बार इस्तेमाल किये जाने वाले प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने सहित अनेक कदम उठाये हैं।
श्री मोदी ने बुधवार को यहां ग्लोबल बिजनेस फोरम में ब्लूमबर्ग कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी माइकल रूबेन्स के साथ बातचीत में कहा , “ हमने एक बार इस्तेमाल किये जाने वाले प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसके लिए व्यापक अभियान शुरू किया है। महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर को एकल प्लास्टिक के इस्तेमाल के विरोध में देशव्यापी अभियान शुरू किया जायेगा। ”
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने के लिए सरकारी मशीनरी के बजाय व्यवहार में बदलाव लाना और लोगों का प्रकृति से जुड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कई मोर्चों पर काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा को बढावा देने के लिए उनकी सरकार ने कई कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा ,“ मैंने अपने लिए लक्ष्य रखा है कि निकट भविष्य में 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करना है। ” सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है और प्रोत्साहन भी दे रही है।
उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा भारत के लिए एक चुनौती है। इस संदर्भ में उन्होंने जल मिशन का जिक्र करते हुए कहा कि हम सूखी नदियों को नया जीवन देने की कोशिश करेंगे।


