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चंद्रबाबू नायडू कानून से ऊपर नहीं : मुख्यमंत्री जगन मोहन

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने आरोप लगाया कि टीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू 371 करोड़ रुपये के कौशल विकास 'घोटाले' में मुख्‍य आरोपी थे, क्योंकि उन्होंने पुष्टि की कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है

चंद्रबाबू नायडू कानून से ऊपर नहीं : मुख्यमंत्री जगन मोहन
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निदादावोलू (आंध्र प्रदेश)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार को आरोप लगाया कि टीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू 371 करोड़ रुपये के कौशल विकास 'घोटाले' में मुख्‍य आरोपी थे, क्योंकि उन्होंने पुष्टि की कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।

जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू ने अपना पूरा राजनीतिक जीवन लोगों का शोषण करते हुए बिताया, वह कानून के लंबे हाथों से नहीं बच सकते, क्योंकि उन्हें घोटाले में रंगे हाथों पकड़ा गया था।

मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने पूर्वी गोदावरी जिले के निदादावोलू स्थित इस कस्बे में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। कथित कौशल विकास घोटाले में 9 सितंबर को सीआईडी ने नायडू को गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद रेड्डी की यह पहली प्रतिक्रिया है।

उन्होंने तेदेपा समर्थक मीडिया द्वारा आंख मूंदकर उनका समर्थन करने में भी गलती पाई और चेतावनी दी कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।

उन्होंने कहा कि चार लोगों का गुट, जिसका लूट में हिस्सा है, वह नायडू की गिरफ्तारी को पचा नहीं पा रहे हैं। इसलिए वह दुर्भावनापूर्ण और झूठे प्रचार के माध्यम से उन्हें एक स्वच्छ राजनेता के रूप में पेश करने की कोशिश रहे हैं। नायडू सहित जो कोई भी पीठ में छुरा घोंपने, लोगों को धोखा देने और सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करने में लिप्त है, उसके लिए कानून समान है।

वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री तेलंगाना में एमएलसी चुनावों से जुड़े ऑडियो टेप घोटाले में निर्दोष साबित हुए।

उन्होंने आरोप लगाया कि नायडू से यह सवाल करने के बजाय कि 371 करोड़ रुपये कहां गए, तेदेपा-फ्रेंडली मीडिया उनका समर्थन कर रहा है, क्योंकि वे भी घोटाले में भागीदार थे। सबूतों, अधिकारियों की नोट फाइलों और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों द्वारा की गई प्राथमिक जांच के आधार पर यह स्थापित किया गया कि नायडू ने घोटाले में मुख्य भूमिका निभाई थी।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कंपनी सीमेंस ने भी यह स्पष्ट कर दिया है कि फर्जी समझौते या एमओयू से उसका कोई लेना-देना नहीं है और उसे सरकार से कोई राशि नहीं मिली है। यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों की आपत्तियों के बावजूद, नायडू ने फर्जी कंपनियों को राशि जारी की और इसे खुद एवं अपने गुर्गों के बीच साझा किया।

सीएम रेड्डी ने जेल में नायडू से मुलाकात को लेकर जन सेना पार्टी के अध्यक्ष और अभिनेता पवन कल्याण की भी आलोचना की।

आने वाले चुनावों को 'कुरुक्षेत्र' बताते हुए उन्होंने कहा कि न्याय की जीत होगी, क्योंकि उन्होंने लोगों से वाईएसआरसीपी के साथ खड़े होने और इसे विजयी बनाने के लिए कहा है, अगर उन्हें विश्वास है कि उन्हें कल्याणकारी लाभ मिला है।


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